पश्चिम बंगाल में हिंसक घटनाओं का दौर अभी भी जारी है। ताज़ा समाचार राज्य के भाटपारा क्षेत्र से है जहाँ गुरुवार (20 जून) को दो गुटों के बीच हुई आपसी झड़प में एक व्यक्ति की मौत और चार अन्य के घायल होने की ख़बर सामने आई है। भाटपारा और जगतदल के अधिकारियों ने क्षेत्र में बढ़ते तनाव के चलते चार से अधिक व्यक्तियों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाते हुए धारा 144 लागू कर दी है। मृतक की पहचान रामबाबू शॉ के रूप में हुई है।
West Bengal: In a clash between two groups of miscreants, crude bomb hurled, gun shots fired in Bhatpara; more details awaited. pic.twitter.com/lFFLdMBoAH
— ANI (@ANI) June 20, 2019
ख़बर के अनुसार, इस झड़प के दौरान दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर कच्चे बम फेंके और गोलियाँ भी बरसाई। स्थिति पर नियंत्रण के लिए जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आँसू गैस के गोले दागे। फ़िलहाल घायलों को इलाक़े के एक निजी अस्पताल (बीएन बोस) में भर्ती कराया गया है। पश्चिम बंगाल सरकार के गृह सचिव, अलपन बंदोपाध्याय ने मीडिया को बताया, “इन क्षेत्रों में कुछ असामाजिक और आपराधिक तत्व सक्रिय रहे हैं। कुछ बाहरी तत्व भी स्थानीय असामाजिक तत्वों में शामिल हो गए। सरकार इन घटनाओं को गंभीरता से असाधारण मानती है।”
गृह सचिव, अलपन बंदोपाध्याय ने बताया, “आईपीएस, एडीजी संजय सिंह को दक्षिण बंगाल को तत्काल प्रभाव से बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय का विशेष प्रभार सौंपा गया है। बैरकपुर आयुक्तालय के एडीजी प्रभारी जल्द ही घटनास्थल पर पहुँच रहे हैं। सीआरपीसी की धारा 144 को भाटपारा और जगतदल पुलिस थाना क्षेत्रों में लागू किया गया है।
चुनाव के बाद की हिंसा को ध्यान में रखते हुए, बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय ने क़ानून और व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए भाटापारा में एक नया पुलिस स्टेशन स्थापित करने का निर्णय लिया था। इस सुविधा का उद्घाटन होना अभी बाक़ी है।
इससे पहले 18 जून को पश्चिम बंगाल के कूच बिहार ज़िले में बीजेपी की युवा शाखा के कार्यकर्ता आनंद पाल (28 वर्षीय) की हत्या कर दी गई थी। इसके लिए बीजेपी ने तृणमूल को ज़िम्मेदार ठहराया था। इससे पहले बंगाल के बशीरहाट में बीजेपी कार्यकर्ता सरस्वती दास की हत्या की ख़बर भी सामने आई थी। वहीं, उत्तर परगना ज़िले के संदेशखली में TMC और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसक झड़पों में दो बीजेपी और एक TMC कार्यकर्ता की मौत हो गई थी।
फ़िलहाल, इलाक़े में तनाव की स्थिति को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के समय से ही हिंसात्मक गतिविधियाँ जारी हैं, और अब दिन-प्रतिदिन हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।