नेपाल विमान हादसे में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में रहने वाले 4 युवकों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का शिकार हुए युवकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता का ऐलान किया।
मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने के संबंध में जारी बयान में कहा गया है, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज ने नेपाल में हुई विमान दुर्घटना में जनपद गाजीपुर के सभी दिवंगतों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। महाराज जी ने कहा है कि सभी पार्थिव शरीरों को आश्रितों के घर तक पहुँचाने का खर्च भी उत्तर प्रदेश सरकार स्वयं वहन करेगी।”
CM श्री @myogiadityanath जी महाराज ने नेपाल में हुई विमान दुर्घटना में जनपद गाजीपुर के सभी दिवंगतों के आश्रितों को ₹05-05 लाख सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) January 17, 2023
महाराज जी ने कहा है कि सभी पार्थिव शरीरों को आश्रितों के घर तक पहुंचाने का खर्च भी @UPGovt स्वयं वहन करेगी। https://t.co/fq2kcn59cC
दरअसल, रविवार (15 जनवरी, 2023) को नेपाल के पोखरा में यात्री विमान क्रैश हो गया था। इस विमान में सवार सभी 72 लोगों की मौत हो गई। इसमें गाजीपुर के अलावपुर सिपाह और धरवा गाँव के रहने वाले 4 युवकों की मौत हो गई थी। मृतकों की पहचान अभिषेक कुशवाहा, सोनू जायसवाल, विशाल शर्मा और अनिल कुमार राजभर के रूप में हुई।
बता दें कि मृतकों के शव लेने के लिए प्रशासन ने सोमवार (16 जनवरी, 2023) को परिजनों को सड़क मार्ग से रवाना किया था। इस संबंध में जानकारी देते हुए गाजीपुर की जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने कहा था कि नेपाल विमान दुर्घटना का शिकार हुए 4 युवकों के परिजनों और ग्राम प्रधान को प्रशासन ने सड़क मार्ग से नेपाल भेजा है। आवश्यक कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएँगे। शवों को सड़क मार्ग से जिले में लाया जाएगा। इसमें 2-3 दिन का समय लग सकता है।
उन्होंने यह भी कहा है कि भारत-नेपाल सीमा पर परमिट के लिए पीड़ित परिवारों के साथ जिला प्रशासन के दो अधिकारियों को भी भेजा गया है। नेपाल में स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी भी इसमें सहयोग कर रहे हैं। मृतकों के शवों को काठमांडू ले जाया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट भी होगा। मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष व अन्य सरकारी योजनाओं के अंतर्गत उचित सहायता दी जाएगी।