देशभर में लाउडस्पीकर (Loud Speaker) के इस्तेमाल को लेकर जारी सियासत के बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Aadityanath) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अब तक प्रदेश में धार्मिक स्थलों से 1,00,000 लाउडस्पीकरों को हटाया गया है और अब ये किसी भी कीमत पर दोबारा नहीं लगने चाहिए। ये जिम्मेदारी अब अधिकारियों की होगी।
दो दिन के झाँसी और ललितपुर के दौरे पर पहुँचे सीएम योगी ने शनिवार (7 मई 2022) को झाँसी में जन प्रतिनिधियों से मुलाकात की और विकास कार्यों की समीक्षा की। अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने सख्त संदेश दिया है कि धार्मिक कार्य केवल धार्मिक परिसरों के अंदर ही होने चाहिए, सड़कों पर नहीं। इसके कारण सड़कों पर चलने वाले लोगों को किसी भी तरही की समस्या नहीं होनी चाहिए।
गौरतलब है कि शोर को कम करने और लाउडस्पीकर समेत दूसरे वाद्य यंत्रों को निर्धारित डेसिबल की लिमिट में रखने को लेकर धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकरों को हटाने की मुहिम की शुरुआत राज्य सरकार ने 25 अप्रैल 2022 को शुरू की थी। यह अभियान 1 मई तक चला। इस मसले पर एक लखनऊ में एक बयान जारी कर यूपी के एडीजी लॉ एँड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा जिन लाउडस्पीकरों को लगाने के लिए प्रशासन से इजाजत नहीं ली गई है, उन सभी को अवैध श्रेणी में रखा गया है और सभी धार्मिक स्थानों से इन्हें बिना किसी भेदभाव के हटाया जा रहा है। इसके अलावा लाउडस्पीकरों को हटाने की प्रक्रिया को दौरान हाई कोर्ट के आदेशों को ध्यान में रखा जा रहा है।
विकास योजनाओं को समय पर पूरा करने का निर्देश
इसके साथ ही सीएम ने अधिकारियों को विकास परियोजनाओं को समय पर पूरा करने का निर्देश देते हुए काम समय पर नहीं करने वाली कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने को कहा है। इस बीच उन्होंने झाँसी में कानून व्यवस्था को लेकर नाराजगी भी जताई। इसको लेकर जिले के एसपी से जबाव तलब भी किया। उन्होंने जिले की कानून व्यवस्था को स्वस्थ बनाए रखने और भू माफियाओं पर नकेल कसने पर भी जोर दिया।
गौरतलब है कि इससे पहले 19 अप्रैल को भी सीएम योगी ने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के अंदर तक ही सीमित रहनी चाहिए।