उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में प्रदेश भाजपा द्वारा आयोजित ‘सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन’ में हिस्सा लिया और उसे सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने चन्द्रगुप्त मौर्य के शासनकाल को भारत का स्वर्णिम युग करार दिया। सीएम योगी ने कहा कि जब भी व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए कोई व्यक्ति समाज का दोहन करता है, समाज उन्नति नहीं कर सकता। उन्होंने अफगानिस्तान के बामियान में तालिबान द्वारा महात्मा बुद्ध की ढाई हजार वर्ष पूर्व मूर्ति तोड़े जाने का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि बुद्ध ने दुनिया पर कभी युद्ध नहीं थोपा और शांति-मैत्री की ही बात की। उन्होंने कहा कि जब भी शांति, मैत्री और करुणा की बात होगी, महामानव महात्मा बुद्ध मानवता के लिए प्रेरणा बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि किस तरह बम लगा कर बुद्ध की प्रतिमा को तोड़ा गया, वो हमें नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने बुद्ध की प्रतिमा को तोड़ने का मतलब दुनिया में आपसी सौहार्द को नष्ट करने की कोशिश बताया। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद जिस तरह अमेरिका के बमों से तालिबानियों की दुर्गति हुई, उनकी चमड़ी झुलसी।
सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूछा कि हमारे देश का राष्ट्रीय चिह्न क्या है? हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के बीच में क्या है? इसके बाद लोगों को उन्होंने याद दिलाया कि सम्राट अशोक के स्तंभ के ऊपर जो प्रतीक है न, वही भारत का चिह्न है। फिर उन्होंने समझाया कि तिरंगे के बीच में जो है, वो धर्मचक्र है। फिर उन्होंने पूछा कि भारत का ‘स्वर्ण युग’ कौन सा था? सीएम योगी ने खुद ही जवाब दिया कि चन्द्रगुप्त मौर्य का, जिनके राज्य का हिस्सा पाकिस्तान, बांग्लादेश और कई आया भूभाग भी थे।
उन्होंने कहा कि समय के साथ हम अपनी एकता को बनाए नहीं रख पाए और जाने-अनजाने में मध्य एशिया के कुछ बर्बर जातियों को यहाँ हमला करने को मजबूर कर दिया, जिन्होंने हमारी संपदा को नष्ट किया। उन्होंने कहा कि इतिहास में चन्द्रगोत मौर्य और अशोक को महान नहीं बताया, लेकिन भारत में आकर हारने वाले सिकंदर को महान बता दिया गया। सीएम योगी ने कहा कि इतिहास इस पर मौन इसीलिए रहा, क्योंकि सच्चाई भारतवासियों के सामने आएगी तो समाज खड़ा हो जाएगा और फिर देश खड़ा हो उठेगा।
मुख्यमंत्री ने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने के बारे में कहा, “देश का कोई गाँव ऐसा नहीं था, जहाँ आप पैदल चल सकते हैं। पहले गंदगी थी। आज सब साफ़-सुथरा है, क्योंकि गरीबों को शौचालय मिला है। 2014 से पहले सत्ताधारी दल वालों को और विधायक के जाति वालों को ही आवास मिलते थे, चेहरा देख कर। आज 10 करोड़ लोगों को देश में आवास मिला है। अकेले उत्तर प्रदेश में 43 लाख गरीबों को आवास योजना का लाभ मिला है। 5 लाख रुपए की स्वास्थ्य बीमा का कवर दिया गया। कैंसर होने या किडनी खराब होने पर इसे असाध्य मान लिया जाता था।”
इतिहास ने अशोक या चंद्रगुप्त मौर्य को महान नहीं बताया बल्कि चंद्रगुप्त मौर्य से हारने वाले सिकंदर को महान बताया, देश के साथ कितना धोखा हुआ है। इतिहासकार इन सब मुद्दों पर मौन हैं, अगर सच्चाई भारतवासियों के मन में आ जाएगी तो समाज और देश खड़ा हो जाएगा: लखनऊ में योगी आदित्यनाथ, UP CM pic.twitter.com/ItcnkxGDTK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 14, 2021
सीएम योगी ने कहा कि ‘आयुष्मान भारत’ और ‘मुख्यमंत्री जन आरोग्य’ के तहत लाखों लोगों को स्वास्थ्य बीमा का फायदा मिल रहा है। कोरोना पर आते हुए उन्होंने कहा कि बीमारी चेहरा देख कर नहीं आती, कोई भी उसकी चपेट में आ सकता है। उन्होंने 100 वर्ष पहले प्लेग आने के कारण ढाई करोड़ लोगों की मौत का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बीमारी और भूख से भी इनमें से कई मरे थे। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे गाँव के गाँव साफ़ हो गए थे। उन्होंने कोरोना के दौरान टेस्ट, उपचार, टीका और राशन के मुफ्त होने की योजना का जिक्र किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ध्यान दिलाया कि पहले की तरह अब भूख से मौत नहीं हुई, और उपचार भी मुफ्त मिला। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर आज सबसे अच्छा है। उन्होंने टीका लगवाने वालों का अभिनन्दन करते हुए उन्हें प्रेरित करने को कहा, जिन्होंने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाया है। उन्होंने कहा कि ये ‘राष्ट्रीय अभियान’ है और सिर्फ शासन-प्रशासन का काम नहीं। उन्होंने 2022 में होली तक यूपी सरकार की फ्री राशन योजना का जिक्र किया, जिसके तहत दाल, खाद्य तेल और नमक भी मिलेगा।