उत्तराखंड (Uttarakhand) में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और चुनावों के दौरान पार्टी की मुख्यमंत्री का चेहरा रहे कर्नल अजय कोठियाल (Colonel Ajay kothiyal) ने बुधवार (18 मई 2022) को चौंकाने वाला कदम उठाते हुए पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ट्विटर पर सार्वजनिक रूप से अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि वह पूर्व सैनिकों, बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और बुद्धिजीवियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए ऐसा कर रहे हैं।
कर्नल कोठियाल ने आप से अपना इस्तीफा ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, “पूर्व सैनिकों, पूर्व अर्धसैनिकों, बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और बुद्धिजीवियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मैं आम आदमी पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूँ।” उल्लेखनीय है कि कर्नल कोठियाल पिछले साल अप्रैल में ही इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे।
त्यागपत्र
— Col Ajay Kothiyal, KC, SC, VSM (R.) (@ColAjayKothiyal) May 18, 2022
पूर्व सैनिकों, पूर्व अर्धसैनिकों, बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं तथा बुद्धिजीवियों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, मैं आज दिनांक 18 मई 2022 को, आम आदमी पार्टी की सदस्यता से अपना त्यागपत्र दे रहा हूँ । pic.twitter.com/5IMeVRu4sb
देवभूमि उत्तराखंड वो राज्य हैं, जहाँ पूर्व सैनिकों की एक बड़ी आबादी निवास करती है। इसी को देखते हुए अपनी सियासी जमीन मजबूत करने के इरादे से अरविंद केजरीवाल ने कोठियाल को मुख्यमंत्री चेहरा बनाया था। पार्टी ने सत्ता में आने पर 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने के वादे के अलावा कोठियाल की सैन्य सेवा की साख पर भरोसा किया था। दरअसल, सेना में रहते हुए कोठियाल का एक शानदार करियर था, जिसमें उनके नाम कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र, विशिष्ट सेवा पदक और पराक्रम पदक शामिल थे।
AAP का चुनावी दाँव हो गया था फेल
हालाँकि, जिस उम्मीद से आम आदमी पार्टी (AAP) ने ये दाँव खेला था, वो फेल हुआ और AAP चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई। पार्टी की करारी हार के बाद शुरू हुआ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला। सागर भंडारी सहित पार्टी के विद्रोही नेताओं के एक दल ने राज्य में AAP की हार के लिए कोठियाल को दोषी ठहराया। राज्य में कर्नल कोठियाल के नाम पर चुनाव लड़े गए। हर बैनर में उनकी फोटो थी। इसलिए उन्हें भी हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। लेकिन अब तक उन्होंने न तो मीडिया के सामने और न ही किसी पार्टी कार्यकर्ता के साथ ऐसा किया है।
बहरहाल अजय कोठियाल ने पार्टी के अंदर मुखर होते विरोध के स्वर और चुनावी प्रदर्शन का सामना करने के बाद कर्नल अजय कोठियाल ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा देते हुए AAP से अलग होने का फैसला किया है।