Sunday, November 17, 2024
Homeराजनीति'किसी सरकार में इतनी हिम्मत नहीं कि शरीयत में दखल दे सके' - AIMIM...

‘किसी सरकार में इतनी हिम्मत नहीं कि शरीयत में दखल दे सके’ – AIMIM पर हाई कोर्ट में शिकायत दर्ज

“..अगर तुम अदालतों का चक्कर लगाना छोड़ कर अपने उलेमा से ये मसले हल कराओ, तो खुदा की कसम किसी सरकार में इतनी हिम्मत नहीं कि तुम्हारी शरीयत में दखलअंदाजी कर सके।”

मुंबई में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM का एक बेहद भड़काऊ पोस्टर सामने आने के एक हफ्ते बाद पार्टी के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज हो गई है। लीगल राइट्स ऑबजर्वेटरी के ट्विटर अकॉउंट से ये सूचना आज (मई 19, 2020) सुबह दी गई।

ट्वीट में लिखा गया, “हमने असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM पार्टी के ख़िलाफ़ रजिस्ट्रार बॉम्बे हाई कोर्ट और भारतीय चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज कर दी है। ये पार्टी भारतीय न्यायपालिका के खिलाफ घृणा पैदा करने वाले अपमानजनक पोस्टरों के जरिए स्वयं न्यायिक तंत्र बनाने की कोशिश कर रही है।”

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने एक नया पोस्टर जारी किया था। इस पोस्टर में काफी भड़काऊ और आपत्तिजनक बातें लिखी गई थी। इसमें AIMIM के दो नेताओं इमरान अंधेरीवाला और हाजी नफरत हुसैन का नाम, तस्वीर और मोबाइल नंबर लिखा हुआ था।

पोस्टर में समुदाय विशेष को भड़काने की साजिश साफ तौर पर दिख रही थी। इसमें लोगों से AIMIM पार्टी में शामिल होने की अपील भी की गई थी।

पोस्टर में लिखा था, “ ..अगर तुम अदालतों का चक्कर लगाना छोड़ कर अपने उलमा से ये मसले हल कराओ, तो खुदा की कसम किसी सरकार में इतनी हिम्मत नहीं, कि तुम्हारी शरीअत में दखलअंदाजी कर सके।”

बता दें कि इस पोस्टर को सबसे पहले भाजपा नेता सुरेंद्र पुनिया ने अपनी टाइमलाइन पर शेयर करते हुए मामले पर सबका ध्यान आकर्षित करवाया था।

उन्होंने अपनी टाइमलाइन पर लिखा था, “वाह,ओवैसी साहब और उनके लोग सविंधान और सेक्युलरिज़म बचाने में लगे हुए हैं। आप सब सोते रहना, जागना मना है।”

इसके बाद भाजपा नेता संबित पात्रा ने भी इस पोस्टर को ट्वीट करते हुए लिखा था, “AIMIM कितनी secular पार्टी है वह इस पोस्टर से पता लगता है।”

वहीं, पुनिया के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा, “कल्पना करिए यदि कोई हिंदूवादी नेता इस तरह का पोस्टर लगाए तब इस देश में क्या होता! जब लोग अंबेडकर का फोटो लेकर घूमते हैं या जब वह संविधान की बात करते हैं तब बहुत हँसी आती है क्योंकि ये कभी भी भारत के संविधान या अंबेडकर में भरोसा नहीं रखते उन्हें अपनी शरीयत ही सबसे प्यारी है।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -