Tuesday, June 10, 2025
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अदालतों का चक्कर छोड़ उलमा से मसले हल कराओ, सरकार में हिम्मत नहीं शरीयत में दखल दे: AIMIM का भड़काऊ पोस्टर

पोस्टर में लिखा है, "मुस्लिमों अगर तुम अदालतों का चक्कर लगाना छोड़ कर अपने उलमा से ये मसले हल कराओ, तो खुदा की कसम किसी सरकार में इतनी हिम्मत नहीं, कि तुम्हारी शरीअत में दखलअंदाजी कर सके।"

मुंबई में असदुद्दीन ओवैसी के पार्टी AIMIM का एक बेहद ही भड़काऊ पोस्टर सामने आया है। बीजेपी नेता सुरेंद्र पुनिया ने इस पोस्टर को शेयर करते हुए लिखा है, “वाह,ओवैशी साहब और उनके लोग संविधान और सेक्युलरिज़म बचाने में लगे हुए हैं। आप सब सोते रहना, जागना मना है।”

बीजेपी नेता संबित पात्रा ने भी इस पोस्टर को ट्वीट करते हुए लिखा है, “AIMIM कितनी secular पार्टी है वह इस पोस्टर से पता लगता है।”

दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने जो नया पोस्टर जारी किया है, उसमें काफी भड़काऊ और आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं। पोस्टर में लिखा है, “मुस्लिमों अगर तुम अदालतों का चक्कर लगाना छोड़ कर अपने उलमा से ये मसले हल कराओ, तो खुदा की कसम किसी सरकार में इतनी हिम्मत नहीं, कि तुम्हारी शरीअत में दखलअंदाजी कर सके।”

इस पोस्टर पर पार्टी के दो नेताओं इमरान अंधेरीवाला और हाजी रफत हुसैन का भी नाम और मोबाइल नंबर लिखा हुआ है। यह पोस्टर मुंबई के अंधेरी में लगाया गया है। पोस्टर में समुदाय विशेष को भड़काने की साजिश साफ तौर पर दिख रही है। इसमें समुदाय विशेष से AIMIM पार्टी में शामिल होने की अपील भी की गई है।

पुनिया के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक यूजर ने लिखा, “कल्पना करिए यदि कोई हिंदूवादी नेता इस तरह का पोस्टर लगाए तब इस देश में क्या होता! जब मुस्लिम अंबेडकर का फोटो लेकर घूमते हैं या जब वह संविधान की बात करते हैं तब बहुत हँसी आती है क्योंकि ये कभी भी भारत के संविधान या अंबेडकर में भरोसा नहीं रखते उन्हें अपनी शरीयत ही सबसे प्यारी है।”

एक अन्य यूजर ने लिखा, “ये AIMIM के गुंडे सारे इंडिया के मुस्लिमों को बेइज्जत और शर्मसार कर रहे हैं। ये जाहिल गुंडे, मवाली नेता हम सब मुस्लिम यूथ को जाहिलत और चरमपंथी बनने की दावत दे रहा है।”

अब्दुल कादिर नाम के एक यूजर ने लिखा, “हमेशा संविधान बचाने की बात करने वाले ओवैसी साहब पता नही संविधान बचा रहे हैं कि बिगाड़ रहे हैं। हिंदुस्तान मे रहकर क्या यह संभव है?”

गौरतलब है कि पिछले दिनों AIMIM के नेता अबु फैजल का एक वीडियो सामने आया था। वीडियो में पार्टी नेता संक्रमण के बारे में बात करते हुए समुदाय विशेष अर्थात मुस्लिमों को इसका इलाज कराने से मना कर रहे थे। वीडियो में फैजल दावा कर रहे थे कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं कि कोरोना का तो केवल बहाना है। वास्तविकता में सरकार और डॉक्टर मिलकर मुस्लिम महिलाओं को ऐसा इंजेक्शन दे रहे हैं, जिनसे उनके बच्चे न हों और मुस्लिम आबादी न बढ़े। 

अपनी वीडियो में फैजल ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मुस्लिमों को सख्त तौर पर हिदायत दिया था कि वे किसी तरह का इंजेक्शन न लें और अगर कोई बार-बार बोले तो उसका हाथ तोड़ दें या फिर वो इंजेक्शन पहले उसको लगा दें।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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