मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले रतलाम से कॉन्ग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा का एक वीडियो वायरल हुई। इस वीडियो में पारस सकलेचा फकीर बाबा के सामने चप्पल लेकर खड़े दिख रहे हैं। वहीं फकीर बाबा उन्हें दुआ के रूप में चप्पल ही चप्पल मारते दिखाई दे रहे हैं। पारस वही कॉन्ग्रेस नेता हैं जिन्होंने 2019 में साध्वी प्रज्ञा को ‘डायन’ बोला था।
वीडियो में देख सकते हैं कि पारस सकलेचा को वीडियो में नजर आ रहे फकीर बाबा कभी पीठ पर कभी कंधे पर, कभी मुँह पर चप्पल मारते हैं। और ऐसा नहीं कि ये कि वो एक बार मारकर रुकते हैं, देख सकते हैं कि किस तरह वीडियो में वो ताबड़तोड़ चप्पल मारते ही रहते हैं। पीछे से कोई व्यक्ति कहता भी है बस बाबा बस, लेकिन फकीर बाबा नहीं रुकते। इस दौरान कॉन्ग्रेस नेता हँसते-हँसते बस उनकी पैर छूते रहते हैं।
इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने कॉन्ग्रेस नेता का बहुत मजाक उड़ाया है। कोई कह रहा है कि कॉन्ग्रेस है ही चप्पल खाने लायक तो कोई चुटकी लेते हुए कह रहा है कि बाबा ने दुआ देने में कोई कमी नहीं रखी।
MP : कांग्रेस प्रत्याशी पारस सकलेचा ने फकीर बाबा से लिया चप्पलों का आशीर्वाद
— News24 (@news24tvchannel) November 17, 2023
◆ फकीर ने पारस को इस दौरान चप्पलों से पीटकर आशीर्वाद दिया #MadhyaPradeshElection2023 | Paras Saklecha | #ParasSaklecha pic.twitter.com/Nei8VXbxVO
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कॉन्ग्रेस नेता को चप्पल-चप्पल मारने वाला व्यक्ति कमाल रजा नाम का फकीर है। वह महू नीमच रोड पर घूमते हैं और अपने पास मुराद लेकर आने वाले लोगों को चप्पलों से पीटकर दुआ देते हैं। अपनी फरियाद लेकर तमाम लोग नई चप्पलें लेकर आते हैं ताकि उन्हें उसी से पीटकर कमाल रजा अपनी दुआ दे सकें।
कॉन्ग्रेस नेता समेत तमाम लोगों का मानना है कि इस तरह की दुआ जिन फरियादियों को कमाल रजा ने दी, उनके जीवन में उन्हें सफलता मिली। अब चूँकि पारस सकलेचा भी इस बार चुनावी मैदान में हैं तो अपनी जीत के लिए उन्होंने ये हथकंडा आजमाया है।
पारस सकलेचा का नाम वैसे व्यापमं घोटाले के व्हिसलब्लोअरों में हैं। इसके अलावा साध्वी प्रज्ञा को डायन बोलकर भी वो चर्चा में आए थे। उन्होंने 2019 के चुनावों के वक्त बीजेपी प्रत्याशी रही साध्वी प्रज्ञा को ‘डायन’ कहा था। उन्होंने एक आमसभा को संबोधित करते हुए कहा था- किसी के श्राप से अगर कोई भला आदमी मर जाये तो उसे डायन कहते हैं। उस डायन के श्राप से हेमंत करकरे मर गए लेकिन उसके श्राप से दाऊद इब्राहिम नहीं मरा। सकलेचा ने कहा की वास्तविक साध्वी है तो वह दाऊद इब्राहिम को श्राप से जिससे वो मर जाए।