सोशल मीडिया पर मंगलवार (18 मई 2021) को एक दस्तावेज जम कर शेयर किया गया जिसके बारे में यह दावा किया गया कि ये ‘कॉन्ग्रेस का टूलकिट’ है। इसमें कुम्भ मेला को बदनाम करने, ईद का महिमामंडन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि धूमिल करने और जलती चिताओं व लाशों की तस्वीरें शेयर कर भारत को बदनाम करने का खाका था। अब कॉन्ग्रेस नेता राजीव गौड़ा ने स्वीकार किया कि टूलकिट के लीक हुए दो डॉक्यूमेंट्स में से एक ऑल इंडिया कॉन्ग्रेस कमेटी (AICC) के शोध विभाग द्वारा तैयार किया गया है।
कॉन्ग्रेस नेता राजीव गौड़ा ने ट्वीट करके यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि AICC ने ही सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर एक शोध पत्र तैयार किया। हालाँकि गौड़ा ने कहा कि टूलकिट भाजपा द्वारा बनाया गया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा ओरिजिनल डॉक्यूमेंट के लेखक का डाटा दिखा रही है और उसे फेक डॉक्यूमेंट से जोड़ रही है।
Let’s be clear We made a research note on Central Vista for the party It’s genuine & fact-based. I tweeted yesterday that “COVID19 toolkit” is FORGED & is a MADE in BJP product. Patra is showing metadata/author of a real document & attributing it to a FAKEhttps://t.co/qHc52C8DWw
— Rajeev Gowda (@rajeevgowda) May 19, 2021
इससे पहले यह सामने आया था कि सेंट्रल विस्टा से संबंधित डॉक्यूमेंट सौम्या वर्मा द्वारा बनाया गया जो कि कॉन्ग्रेस नेता राजीव गौड़ा की सहयोगी हैं।
डॉक्यूमेंट लीक होने के बाद कॉन्ग्रेस ने यह दावा किया कि यह डॉक्यूमेंट नकली है और एफआईआर कराने की धमकी भी दी लेकिन अब कॉन्ग्रेस के ही नेता ने यह स्वीकार किया है कि एक डॉक्यूमेंट असली है।
हालाँकि ऑपइंडिया इन डॉक्यूमेंट्स की वैधता पर कोई टिप्पणी नहीं करता है लेकिन फिर भी जिस डॉक्यूमेंट को राजीव गौड़ा ने सही बताया है और लीक हुए दूसरे डॉक्यूमेंट में कई समानताएं हैं। राजीव गौड़ा द्वारा शेयर किए गए डॉक्यूमेंट (जिन्हें गौड़ा ने सही बताया है) और दूसरे डॉक्यूमेंट के ‘हेडर और फुटर’ में पूरी समानता दिखाई दे रही है।
कॉन्ग्रेस का टूलकिट :
सोशल मीडिया पर एक टूलकिट धड़ल्ले से वायरल हुआ, जिसके बारे में भाजपा नेताओं ने दावा किया कि ये कॉन्ग्रेस पार्टी का टूलकिट है। उक्त टूलकिट डॉक्यूमेंट पर कॉन्ग्रेस का चुनाव चिह्न हाथ का पंजा भी अंकित है और बताया जा रहा है कि पार्टी ने अपने नेताओं को दी गई निर्देशावली को दस्तावेज का शक्ल दिया था, जो अचानक से लीक हो गया।
इस ‘टूलकिट’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को कोरोना के प्रबंधन में असफल रहने का दावा करते हुए इसके पीछे कुम्भ मेला, चुनावी रैलियों और सेन्ट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को जिम्मेदार ठहराया है। टूलकिट में नेताओं को बताया गया है कि कैसे देश के विभिन्न कोने में मोदी सरकार को घेरना है। साथ ही हरिद्वार में लगे कुम्भ को कोरोना का ‘सुपर स्प्रेडर’ करार देते हुए लिखा गया है कि भाजपा अपने फायदे के लिए हिन्दू धर्म का राजनीतिकरण करती है। वहीं टूलकिट में ईद पर सख्त हिदायत दी गई है कि ईद में जुटने वाली भीड़ विभिन्न परिवारों और समुदायों का एक सुखद मिलन समारोह है।