नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी (एनएमएमएल) सोसायटी का केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने पुनर्गठन किया है। इसके तहत कॉन्ग्रेस के नेताओं को सोसायटी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। जिन लोगों की एंट्री हुई है उनमें केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शामिल हैं।
कॉन्ग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा है, “ये दुर्भाग्य है कि सरकार हर चीज़ को राजनैतिक रूप से ले रही है। ये फैसला सिर्फ़ इसलिए लिया गया क्योंकि वे पैनल में अपने लोगों को चाहते थे।”
Congress leader Mallikarjun Kharge on reports that names of Congress leaders have been dropped from Nehru Memorial Museum&Library Society panel: It’s unfortunate Govt is taking everything politically. Govt took this decision as they want their own people to be included in panel. pic.twitter.com/KNrkX1xfyl
— ANI (@ANI) November 6, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब नेहरू मेमोरियल कॉन्ग्रेस मुक्त हो गया है। सोसायटी में भाजपा नेता अनिर्बान गांगुली, गीतकार प्रसून जोशी और पत्रकार रजत शर्मा को भी जगह दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके अध्यक्ष हैं।
बड़ी खबर : कांग्रेस मुक्त (Congress Mukt) हुआ नेहरू मेमोरियल (Nehru Memorial), अमित शाह सहित इनको मिली जगह#CongressMukt #CongressMuktNehruMemorial #NewsState @BJP4India https://t.co/FTcVRmTxmd
— News State (@NewsStateHindi) November 6, 2019
बता दें कि संस्कृति मंत्रालय ने सोसायटी का पुनर्गठन करते हुए जिन कॉन्ग्रेस नेताओं को बाहर किया है उनमें मल्लिकार्जुन खड़गे, कर्ण सिंह और जयराम रमेश शामिल हैं।
भारत को तो कांग्रेस मुक्त नहीं कर पाए, पर भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की याद में बने नेहरू मेमोरियल को ज़रूर कांग्रेसमुक्त कर दिया गया है। अमित शाह की एंट्री के साथ ही बचे हुए तीन कांग्रेसी नेता भी बाहर। जय हो। https://t.co/9hgOTtNUoe
— alka saxena (@AlkaSaxena_) November 6, 2019
सोसायटी के उपाध्यक्ष राजनाथ सिंह हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भी सदस्य बनाया गया है। 5 नवंबर को इस संबंध में संस्कृति मंत्रालय की ओर से नोटिफिकेशन जारी किया गया था।