कॉन्ग्रेस (Congress) के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने घोषणा पत्र को लेकर ट्विटर पर भारत का एक नक्शा साझा किया था। इस नक्शे में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का कुछ हिस्सा गायब था। इसको लेकर ट्विटर पर विवाद हो गया और थरूर ने अपने ट्विटर हैंडल से इस पोस्ट को हटा दिया।
थरूर द्वारा ट्वीट किए गए नक्शे के नीचे लिखा, “संगठन विकेंद्रीकरण।” इसके नीचे लिखा था ‘हर पार्टी को सिर्फ शीर्ष पर ही नहीं, बल्कि सभी स्तर पर नेतृत्व की जरूरत होती है। राज्यों में कॉन्ग्रेस को सशक्त बनाने के लिए PCC अध्यक्षों को वास्तविक अधिकार मिलने चाहिए। इससे पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता सही मायने में सशक्त बनेंगे।’
इसमें आगे लिखा है, ‘हमें भाजपा के केंद्रीकरण सत्ता का एक विश्वसनीय विकल्प उपलब्ध कराना चाहिए।’ यह सब उनके घोषणा पत्र के पेज नंबर दो पर लिखा हुआ था। जब सोशल मीडिया यूजर ने इस नक्शे को देखा तो उन्हें ट्रोल करने लगे। इसके बाद थरूर ने नक्शे वाला वह पोस्ट डिलीट कर दिया।
बता दें कि आज पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन का आखिरी दिन था। इस दौरान शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया। इसके साथ ही झारखंड कॉन्ग्रेस के नेता केएन त्रिपाठी ने भी अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया।
त्रिपाठी और थरूर के प्रस्तावकों में गिने-चुने नेता थे। वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावकों में 30 बड़े नेताओं के नाम हैं। इनमें अध्यक्ष पद की रेस से खुद को अलग करने वाले दिग्विजय सिंह भी शामिल हैं। इसके अलावा, जी-23 के आनंद शर्मा और मनीष तिवारी भी शामिल हैं।
बता दें कि जी-23 उन नेताओं का समूह है, जो पार्टी में गाँधी परिवार से अलग पार्टी अध्यक्ष से चुनाव की माँग करता है। हालाँकि, मल्लिकार्जुन खड़गे गाँधी परिवार, खासकर सोनिया गाँधी की पसंद होने के बावजूद इन दोनों ने माहौल को भाँपते हुए उनका प्रस्तावक बनना उचित समझा। बता दें कि कॉन्ग्रेस के 9000 डेलीगेट्स पार्टी का नया अध्यक्ष चुनेंगे।
थरूर जैसे उच्च शिक्षित व्यक्ति से देश का गलत नक्शा पेश करने की उम्मीद भी नहीं की जाती, लेकिन ये पहली बार नहीं कि उन्होंने ऐसा किया। तीन साल पहले CAA कानून के विरोध प्रदर्शनों के दौरान भी थरूर ने अपने ट्विटर हैंडल से भारत का गलत नक्शा पोस्ट किया था। इस नक्शे में कश्मीर को भारत से अलग दिखाया गया था।