दार्जिलिंग के सांसद राजू बिस्ता ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया है। एक प्राइमरी स्कूल के उद्घाटन समारोह में जाते वक़्त सांसद राजू बिस्ता पर हमला हुआ। इस हमले में सांसद के साथ जा रहे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा तथा भाजपा कार्यकर्ताओं को भी इन गुंडों की हरकत का सामना करना पड़ा। भाजपा सांसद राजू बिस्ता का आरोप है कि यह हमला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कॉन्ग्रेस के गुंडों ने किया है। घटना का विस्तार से विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि यह घटना तब हुई जब वे आज (22 अक्टूबर) को कालिम्पोंग के सिंजी के एक स्कूल के उदघाटन के लिए जा रहे थे। राजू के अनुसार यह वारदात मंदिर खोला, चार पुल के करीब हुई जहाँ हमलावरों की तादाद 80-100 के करीब थी।
https://platform.twitter.com/widgets.jsWest Bengal: Darjeeling MP Raju Bista issues a statement, alleging that he, along with BJP and GJM (Gorkha Janmukti Morcha) workers, was attacked by a group of 80-100 TMC goons while he was going to Sinji in Kalimpong today. pic.twitter.com/JC3iIoH9BI
— ANI (@ANI) October 22, 2019
घटना का ज़िक्र करते हुए दार्जिलिंग के सांसद ने बताया, “हमला करने वाले टीएमसी के अधिकतर कार्यकर्ता नशे में धुत होकर नारे लगा रहे थे, मगर जल्द ही उनका यह प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि सभी ने खुकरी, चाकू और कई तेज़ धारदार हथियार लेकर हम पर पत्थरबाजी करते हुए मारने की कोशिश की।” सांसद बिस्ता ने बताया कि इस हमले में भाजपा और उनके सहयोगी दल गोरखा जन मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं को काफी गंभीर चोटें आई हैं। घटना को अंजाम देने वाले हमलावर पहले से ही घात लगाकर बैठे थे। इस हमले के दौरान सांसद को पत्थरबाजी से बचाते वक़्त उनके निजी सुरक्षाकर्मी के सीने और पैर पर पत्थर लगने के चलते गहरी चोट आ गईं।
ममता सरकार पर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि बंगाल पुलिस की मदद के बगैर यह हमला नहीं हो सकता था। उन्होंने बताया कि बिना किसी विवाद के भाड़े के गुंडों से कराए जाने वाले इस हमले के बारे में उन्हें पहले से सूचना मिल गई थी। इसके बाद सांसद बिस्ता ने रात को ही कालिम्पोंग के पुलिस सुप्रीटेंडेंट एसपी यादव को बुलाकर इस संगठित उपद्रव से खुदके प्रति संभावित खतरे के बारे में बात की थी। बावजूद इसके ऐसी घटना का होना यह बताता है कि आत-ताइयों और हमलावरों को पूरी छूट दे गई। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की माँग करने के बावजूद उन्हें और उनके समर्थकों को जानलेवा हमला जानलेवा हमला झेलना पड़ा।
प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस फसाद को अंजाम देने का यही मकसद था कि सांसद के रूप में वे (राजू) अपना काम ठीक से न कर सकें। उन्होंने कहा कि बतौर सांसद वे अपना काम पूरा कर सकें इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा की माँग करते हुए उन्होंने पश्चिम बंगाल के गृह सचिव और डीजीपी को भी सूचित किया था। मगर इसके बाद पश्चिम बंगाल पुलिस की ओर से कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराइ गई उलटे सांसद राजू को कहा गया कि स्थिति पूरी तरह सामान्य है और उन्हें कोई फ़िक्र करने की ज़रुरत नहीं। बिस्ता ने कहा कि पुलिस इस पूरे मामले में मूक दर्शक बनी हुई है जबकि पिछले एक महीने में उनपर हुए हमले का यह दूसरा वाकया है। तृणमूल कॉन्ग्रेस पर हमले और हुडदंग का सीधा आरोप लगाते हुए सांसद ने कहा कि स्वामी विवेकानंद, रवीन्द्रनाथ टैगोर व नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जैसे रत्न पैदा करने वाली बंगाल की धरती आज हत्यारे और तानाशाही के रवैये वाली तृणमूल के गुंडों का अड्डा बन गई है।