प्रोपेगंडा पोर्टल ‘जनता का रिपोर्टर’ के संस्थापक रिफत जावेद ने रोहिंग्या मुस्लिमों को लेकर सवाल उठाने पर आम आदमी पार्टी के विधायक (AAP MLA) नरेश बाल्यान पर हमला बोला है। जावेद ने कहा कि आम आदमी पार्टी को वोट देने से बेहतर है कि दिल्ली में मुस्लिम भाजपा को जीतने दें।
जावेद के इस ट्वीट पर दिल्ली के उत्तम नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान उखड़ हो गए जावेद को ‘तालिबानी’ बता दिया। उन्होंने रिफत जावेद से सवाल पूछ लिया कि प्रसिद्ध लेखक सलमान रुश्दी की हाल में अमेरिका पर हुए हमले में कहीं उनका हाथ तो नहीं।
और तालिबानी? तूम भी लंदन में और सलमान रसदी भी लंदन में, अमरीका में चाकू मरवाने में तुम्हारा तो हाथ नही कहीं?
— Naresh Balyan (@AAPNareshBalyan) August 17, 2022
दरअसल, ये मामला तब शुरू हुआ, जब रिफत जावेद ने बाल्यान के ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए उन्हें ‘संघी’ बता दिया। इसके साथ ही जावेद ने आम आदमी पार्टी को वोट देने के लिए मुस्लिमों को लताड़ा।
जावेद ने लिखा, “अगले चुनाव आओ। यह संघी मुस्लिमों से वोट माँगेगा, लेकिन इस्लामोफोब (मुस्लिमों से घृणा करने वाला) के इस घृणित ट्वीट को देखिए। दिल्ली के प्यारे मुस्लिमों, आप केजरीवाल के नेतृत्व में नफरत फैलाने वालों की सरकार के ही लायक हैं। आपके लिए कोई सहानुभूति नहीं।”
दरअसल, नरेश बाल्यान ने केंद्र सरकार को घेरने के लिए रोहिंग्या शरणार्थियों पर ट्वीट किए थे। बाल्यान के एक ट्वीट में लिखा है, “बीजेपी के भक्त कश्मीर फाइल्स के पोस्टर ही चिपकाते रह गए। उधर मोदी सरकार ने रोहिंग्या शरणार्थियों को 250 पक्के मकान, राशन और सिक्योरिटी भी दे दिया।” उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए पूछा कि इन फ्लैट्स में रहने वाले रोहिंग्या मुस्लिमों के घरों से कचरा कौन उठाएगा। उन्होंने तजिंदरपाल सिंह बग्गा और संबित पात्रा का नाम लेकर कटाक्ष किया।
BJP के भक्त कश्मीर फ़ाइल्स फ़िल्म के पोस्टर ही चिपकाते रह गये।
— Naresh Balyan (@AAPNareshBalyan) August 17, 2022
उधर मोदी सरकार ने रोहिंग्या शरणार्थियों को 250 पक्के मकान, राशन और सिक्योरिटी भी दे दिया।
लेकिन एक बात कोई बताये की रोहँगिया के घर के से रोज़ कचरा कौन @TajinderBagga उठायेगा या संबित पात्रा?
वहीं, जावेद द्वारा बाल्यान ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है, “केजरीवाल जी ने तो कम से कम अपने देश की जनता को रेवड़ी दी। ये भाजपाई तो रोहिंग्या को ही दिल्ली में 148 करोड़ रुपए का 250 फ्लैट कर दिया। कितने बड़े गद्दार हैं भाजपाई?” इसके बाद उन्होंने भाजपा पर सवाल उठाया।
केजरीवाल जी ने तो कम से कम अपने देश की जनता को रेवड़ी दी। ये भाजपाई तो रोहँगिया को ही दिल्ली में 148 करोड़ का 250 फ़्लैट गिफ़्ट कर दिया। कितने बड़े ग़द्दार है ये भाजपाई? नोबेल पुरस्कार के लिये कितना गिरेंगे ये लोग? आख़िर किस तर्ज़ पर रोहिंग्या को 250 फ़्लैट केंद्र सरकार ने दिया?
— Naresh Balyan (@AAPNareshBalyan) August 17, 2022
ये दोनों ट्वीट नरेश बाल्यान ने 17 अगस्त को किए। रिफत इन्हीं रोहिंग्या को फ्लैट देने की बात AAP विधायक द्वारा उठाने पर चिढ़ गए। इसी आधार पर उन्होंने मुस्लिमों को कोसते हुए आम आदमी पार्टी को वोट देने के लिए लताड़ा।
रिफत ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “दिल्ली के मेरे मुस्लिम दोस्तों ने अक्सर तर्क दिया कि अगर वे AAP को वोट नहीं देेते तो बीजेपी जीत जाती। मैंने तब उनसे कहा था और अब दोहरा रहा हूँ कि ‘AAP को वोट देने से बेहतर है कि बीजेपी को जीतने दिया जाए’।”
इस पर नरेश बाल्यान ने लिखा, “और तालिबानी? तूम भी लंदन में और सलमान रसदी भी लंदन में। अमरीका में चाकू मरवाने में तुम्हारा तो हाथ नही कहीं?”
बता दें कि आम आदमी पार्टी के नेता रोहिंग्या को लेकर भाजपा पर जो आरोप लगा रहे हैं, उसका केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खंडन किया है। बुधवार (17 अगस्त 2022) को गृह मंत्रालय ने कहा कि उसने रोहिंग्या मुस्लिमों को फ्लैट देने का निर्देश नहीं दिया है। मंत्रालय का कहना है कि वापस भेजने तक रोहिंग्या को डिटेंशन सेंटर में ही रखा जाएगा।
गौरतलब है कि ये वही रिफत जावेद हैं, जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर में एक किस्सा सुनाया था। अपने किस्से में उन्होंने बताया था कि उनका राजेश नाम का एक दोस्त था, जिसका परिवार उन्हें अपने घर पर नमाज पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता था। जब वे नमाज पढ़ते थे तो वे देवी-देवताओं की मूर्तियों को ढंक देते थे।
रिफत ने बताया था कि वो पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक विश्वविद्यालय छात्र हुआ करते थे, तब वो अपने दोस्त राजेश के यहाँ अक्सर पढ़ने जाया करते थे, जिसका घर बड़ा बाजार में था। रिफत जावेद की मानें तो राजेश के दादाजी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का हिस्सा थे।
BBC के साथ 12 वर्षों तक काम कर चुके रिफत जावेद ने आगे लिखा था, “मेरे दोस्त राजेश का परिवार हमेशा मुझे अपने घर पर नमाज पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता था। इसके लिए वो हिन्दू देवी-देवताओं की तस्वीरें ढक देते थे। अब ये नया भारत मुझे पहचान में ही नहीं आ रहा है।”
हालाँकि, रिफत ने आज तक ऐसी कोई स्टोरी नहीं बताई, जिसमें उन्होंने अपने किसी हिंदू दोस्त को अपने घर पर बुलाया हो और उसे वहाँ पूजा-पाठ करने के लिए प्रेरित किया हो। रिफत एकतरफा लिबर्टी चाहते हैं। शायद यही कारण है कि रोहिंग्या की बात उठाने पर वे नरेश बाल्यान ने खफा हो गए।