दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री राज कुमार आनंद बुधवार (10 अप्रैल, 2024) को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफ़ा दे दिया। उन्होंने अपने मंत्रिपद से भी इस्तीफ़ा दिया है। राज कुमार आनंद ने इसकी जानकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है।
राज कुमार आनंद ने कहा कि आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार के विरोध के आन्दोलन से हुआ था, लेकिन यह आज खुद भ्रष्टाचार के दलदल में फँसी है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में काम नहीं कर सकते, यह उनके लिए असहज हो गया है। उन्होंने कहा कि वह इस भ्रष्ट आचरण में अपना नाम नहीं जुड़वाना चाहते हैं।
#WATCH | Delhi Social Welfare Minister Raaj Kumar Anand resigns from his post as minister and also from Aam Aadmi Party pic.twitter.com/QF52GyjhiW
— ANI (@ANI) April 10, 2024
उन्होंने कहा कि वह राजनीति में सेवा के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि वह जो कुछ हैं सब कुछ बाबा भीमराव आम्बेडकर की वजह से हैं। राज कुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी पर दलित विरोधी होने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह उस पार्टी में नहीं रह सकते हैं जहाँ दलितों का प्रतिनिधित्व नहीं है।
आनंद ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर भी प्रश्न उठाए हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल से उनका सम्बन्ध इस बात पर हुआ था क्योंकि वह राजनीति बदलने वाले थे। उन्होंने कहा कि राजनीति तो नहीं बदली लेकिन राजनेता बदल गए हैं। आनंद ने बताया है उन्होंने अपना इस्तीफ़ा मुख्यमंत्री केजरीवाल को भेज दिया है।
राज कुमार आनंद दिल्ली के पटेल नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक निर्वाचित हुए थे। उन्हें पार्टी ने 2020 में पटेल नगर से मौक़ा दिया था, इस चुनाव में उन्होंने 60% से अधिक वोट बटोरे थे। उन्हें केजरीवाल सरकार में समाज कल्याण, अनुसूचित जाति/जनजाति, गुरुद्वारा चुनाव, सहकारी समिति मामलों के कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।
आनंद ने आम आदमी पार्टी छोड़ने के बाद किसी अन्य पार्टी में जाने की खबरों का भी खंडन किया है। उन्होंने कहा कि वह कहीं नहीं जा रहे हैं। राज कुमार आनंद के बारे में दिल्ली सरकार का पेज बताता है कि वह अम्बेडकर पाठशाला जैसे समाज कल्याण के काम करते रहे हैं।
दिल्ली सरकार के बड़े मंत्री का इस्तीफ़ा मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उनकी पार्टी के लिए बड़ा झटका है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को 21 मार्च, 2024 को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार किया था। उन्हें 15 अप्रैल, 2024 तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने याचिका लगाई थी।