Monday, December 23, 2024
Homeबड़ी ख़बर'देशद्रोही मुर्दाबाद' से बेगूसराय के लोगों ने कन्हैया का किया स्वागत, पूछा कौन-सी 'आज़ादी'...

‘देशद्रोही मुर्दाबाद’ से बेगूसराय के लोगों ने कन्हैया का किया स्वागत, पूछा कौन-सी ‘आज़ादी’ चाहिए

बेगूसराय के लोगों ने कन्हैया से आगे पूछा कि 'तुमने देश के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए आरक्षण का विरोध क्यों किया।' उनसे पूछा कि वह किस तरह की आज़ादी चाहते हैं, जिसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था कि ‘हम छीन के लेंगे आज़ादी’, ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाल्लाह-इंशाल्लाह’ के नारे लगाए थे।

JNU के खलिहर प्रदर्शनकारी से नेता बने कन्हैया कुमार की परेशानियाँ बेगूसराय में कम नहीं हो रहीं हैं। पहले महागठबंधन ने कन्हैया से विभिन्न मंचों पर ता-ता-थैया कराने के बाद टिकट के नाम पर उन्हें गोली दे दी। उनकी डूबती राजनीतिक नैया को सहारा दिया CPI ने। फिलहाल, बिहार के बेगूसराय से सीपीआई (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया) के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ रहे कन्हैया को चुनाव अभियान के दौरान लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ताज़ा मामला यह है कि एक रोड-शो दौरान कन्हैया कुमार का बेगूसराय के स्थानीय लोगों द्वारा घेराव किया गया और समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के विरोध में, उनके द्वारा उठाए गए कदम और ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ नारे के बारे में सवाल किया गया।

विभिन्न मौके-बेमौके दिए गए कन्हैया कुमार के नारों और बयानों से नाराज बेगूसराय के स्थानीय लोगों ने उनका काफिला रोक कर, उनसे पूछा कि वह किस तरह की आज़ादी चाहते हैं, जिसका जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था कि ‘हम छीन के लेंगे आज़ादी’, और उनकी उपस्थिति में ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाल्लाह-इंशाल्लाह’ के नारे लगे थे। बता दें कि 2016 में कन्हैया कुमार, उमर खालिद और उनके कई अन्य साथियों ने JNU में यह कारनामा किया था।

कन्हैया का घेराव करने वाले स्थानीय लोगों ने कहा कि ‘इस देश के गरीब लोग तुम्हारे टाइप की ‘अज़ादी’ नहीं चाहते हैं।’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘यह अच्छा है कि तुम एक राजनेता बनना चाहते हो, लेकिन तुम्हें इस देश के लोगों के सवालों का जवाब देना चाहिए।’

बेगूसराय के लोगों ने कन्हैया से आगे पूछा कि ‘तुमने देश के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए आरक्षण का विरोध क्यों किया।’ बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में भारत के गरीब लोगों के लिए 10% आरक्षण की घोषणा की थी, जिसका कन्हैया कुमार ही नहीं बल्कि कॉन्ग्रेस ने भी विरोध किया था। भौंचक्के कन्हैया के पास बेगूसराय के लोगों के सवालों का कोई जवाब नहीं था।

कुछ नहीं सूझा तो….

कन्हैया की स्थानीय लोगों के सवालों पर एक ही प्रतिक्रिया थी कि क्या वे भाजपा समर्थक हैं। इसके जवाब में, स्थानीय लोगों ने कहा कि वे वास्तव में NOTA (उपरोक्त में से कोई नहीं) के लिए वोट करने जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कन्हैया कुमार को सवालों का जवाब देना चाहिए और जो कोई भी सवाल पूछता है, वह भाजपा समर्थक नहीं होता है। लोगों ने कन्हैया से यह भी कहा कि वह वोट माँगने के लिए इतना बेचैन न हों, सबसे पहले लोगों का दिल जीतें और “भारत तेरे लिए इंशाल्लाह इंशाल्लाह” का नारा उनकी कोई मदद नहीं करेगा।

इस गहमा-गहमी के बाद स्थानीय लोगों ने ‘देशद्रोही मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। चुनाव नज़दीक है और माहौल गरम अब देखना यह है कि कन्हैया की दाल बेगूसराय में गलती कि नहीं या उन्हें आए-दिन अपने पिछले कर्मों के वजह से यूँ ही ज़लील होना पड़ेगा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -