दिल्ली में हुए शराब घोटाले की आँच अब मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) तक पहुँचती दिखाई दे रही है। घोटाले की जाँच कर रही ED (प्रवर्त्तन निदेशालय) ने उनके उनके निजी सचिव (PA) बिभव कुमार से पूछताछ की है। गुरुवार (23 फरवरी 2023) को एजेंसी ने बिभव कुमार के बयान को रिकॉर्ड किया। इससे पहले उन्हें नोटिस भेजकर तलब किया गया था। इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) की धाराओं में केस दर्ज है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शराब घोटाले की जाँच कर रही ED ने कुछ समय पहले चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का भी नाम था। इस केस में शराब व्यापारी समीर महेन्द्रू को मुख्य आरोपित बनाया गया है। ED के आरोपों में इस बात का जिक्र है कि समीर महेन्द्रू और अरविन्द केजरीवाल में डील फाइनल होने से पहले वीडियो कॉल पर बात हुई थी।
ED का दावा है कि इस कॉल में अरविन्द केजरीवाल ने समीर से आम आदमी पार्टी (AAP) के विजय नायर पर विश्वास करने को कहा गया था। ED ने विजय नायर को भी समीर महेन्द्रू के साथ आरोपित बनाया है। इस मामले में जाँचकर्ताओं ने अब तक कुल 36 आरोपित बनाए हैं। बताया जा रहा है कि अरविन्द केजरीवाल के PA बिभव से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Dy CM Manish Sisodia) के बारे में भी पूछताछ हुई।
आरोप है कि बिभव और मनीष सिसोदिया ने 170 अलग-अलग फोन को एक-दूसरे से बात करने के बाद सबूत मिटाने की मंशा से तोड़ डाला था। ये भी आरोप है कि इस पूरे घोटाले में शामिल आरोपितों ने कई करोड़ रुपए अवैध लाभ के तौर पर कमाए हैं। शराब घोटाले से मिले पैसे का प्रयोग साल 2022 में हुए गोवा विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी के प्रचार के लिए किया गया था।
आरोपित बनाए गए 36 लोगों में मनीष सिसोदिया के साथ दिल्ली के कई बड़े शराब कारोबारी और दिल्ली प्रशासन के अधिकारी शामिल हैं। अब तक ED इस केस से संबंधित 2 चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर चुकी है। वहीं कुल 9 आरोपितों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
इसी केस में CBI ने दूसरी नोटिस जारी करते हुए मनीष सिसोदिया को 26 फरवरी 2023 को पेश होने के लिए कहा है। पहली नोटिस में मनीष सिसोदिया अपनी व्यस्तता बताकर हाजिर नहीं हुए थे। हालाँकि, जाँच दल के आगे पेश होने से पहले ही मनीष सिसोदिया अपनी गिरफ्तारी की आशंका जता चुके हैं।