महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एनसीपी विधायक हसन मुश्रीफ के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम का छापा पड़ा। छापेमारी अप्पासाहेब नलवडे शुगर मिल की खरीद में घोटाले को लेकर हुई। छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में पार्टी वर्कर मुश्रीफ के घर के बाहर जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे। कार्यकर्ताओं की भीड़ को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिसबलों को भी तैनात किया गया है।
छापेमारी के दौरान हसन मुश्रीफ की पत्नी सायरा मुश्रीफ घर के दरवाजे पर पहुँची और नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं से शांति बनाए रखने की अपील की। सायरा ने कहा, “आपलोग शांति बनाए रखें और इनसे कहें कि हमें गोली मार दें।” छापेमारी से आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने धमकी दी है कि घर में एक बच्चा बुखार से पीड़ित है। घर में सिर्फ महिलाएँ हैं। हसन मुश्रीफ बाहर गए हैं। यदि बच्चे या इन महिलाओं में से किसी को कुछ हुआ तो हम शांत नहीं बैठेंगे।
Hasan Mushrif ED Raid : एकदाच आम्हाला गोळ्या घालून संपवून टाका; हसन मुश्रीफांच्या पत्नीला भावना अनावर#HasanMushrif #ED pic.twitter.com/rdESnkJpdZ
— Mumbai Tak (@mumbaitak) March 11, 2023
इसके पहले जनवरी 2023 में ईडी ने पुणे और कोल्हापुर में मुश्रीफ के रिश्तेदारों और उनसे जुड़े कार्यालयों में छापेमारी की थी। इसके बाद हसन मुश्रीफ की अध्यक्षता वाले कोल्हापुर जिला मध्यवर्ती बैंक में भी ईडी की टीम दो दिनों तक दस्तावेजों की जाँच करती रही थी।
क्या है मामला?
पूरा मामला एक चीनी मिल की खरीद से जुड़ा है। आरोप है कि अप्पासाहेब नलावडे शुगर फैक्ट्री में मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए करोड़ों रुपए जमा किए गए। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया कि कुछ साल पहले यह कारखाना ब्रिक्स इंडिया कंपनी को बेचा दया जो एनसीपी नेता मुश्रीफ के दामाद मतीन मंगोली की कंपनी है। सोमैया का आरोप है कि चीनी मिल खरीदते के लिए कोलकाता के बंद कंपनी के नाम पर फर्जी खाते बनाए गए और फिर इससे लेन-देन किया गया।
कोल्हापुर जिला सहकारी बैंक पर भी ऑक्शन की प्रक्रिया में नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया गया है। वहीं मुश्रीफ ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए एजेंसी की छापेमारी को भाजपा की राजनीतिक चाल करार दिया।