चुनाव आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लोकसभा चुनाव सम्बंधित निर्देश जारी किए हैं। चुनाव आयोग ने दोनों अध्यक्षों से कहा है कि वह अपने चुनाव प्रचारकों को भाषण में सावधानी बरतने के लिए कहें। चुनाव आयोग ने ऐसा चुनाव प्रचार के गिरते स्तर को रोकने के लिए किया है।
चुनाव आयोग ने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजे गए पत्र में कहा है कि वह अपने स्टार चुनाव प्रचारकों को इस बात के संबंध में नोट दें कि वह संविधान को लेकर भ्रामक बयान ना दें। चुनाव आयोग ने कहा कि कॉन्ग्रेस अध्यक्ष अपने प्रचारकों से ऐसे बयानों से बचने को कहें जिनमें संविधान के खत्म या निष्प्रभावी होने का दावा किया गया हो।
कॉन्ग्रेस प्रवक्ताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान अग्निवीर योजना को लेकर भी काफी दावे किए हैं। चुनाव आयोग ने इसको लेकर कहा है कि कॉन्ग्रेस के स्टार प्रचारक सेना को जाति-धर्म के नाम पर बाँटने वाले बयान ना दें और ना ही उनके काम को लेकर पर प्रोपेगेंडा करें। चुनाव आयोग ने चुनाव प्रचारकों को जनता में जाति-धर्म के नाम पर फूट डालने वाले बयान देने से भी दूर रहने को कहा है। चुनाव आयोग ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी एक पत्र भेजा है, जिसमें ऐसे ही निर्देश दिए गए हैं।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजे गए पत्र में कहा है कि भाजपा के स्टार प्रचारक उन बयानों से दूर रहें जिनसे समाज में सामुदायिक तनाव बढ़े। इसके अलावा आयोग ने भाजपा प्रचारकों को समाज को बाँटने वाले बयान देने से भी बचने को कहा है। आयोग ने भाजपा अध्यक्ष से कहा है कि वह अपने प्रचारकों को इस बात का नोट दें कि वह धार्मिक आधार पर वोट ना माँगें।
चुनाव आयोग को दोनों पार्टियों ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत की थी। दोनों पार्टियों ने चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप एक दूसरे पर लगाया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने यह एक्शन लिया है।