प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण का आधिकारिक समय गुरुवार (मई 30, 2019) को शाम 7 बजे तय किया गया है। राष्ट्रपति भवन के जयपुर गेट के पास आयोजित इस कार्यक्रम में 7000 लोगों के शिरकत करने की बात कही जा रही है। पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं और भाजपा ने इस बीच एक ऐसा निर्णय लिया है, जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं में अच्छा सन्देश जा रहा है। दरअसल, भाजपा ने बंगाल में चुनावों के दौरान हुई हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं के परिवारों को भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया है।पश्चिम बंगाल में पिछले साल हुए पंचायत चुनाव और इस साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कई भाजपा कार्यकर्ताओं की जानें गई हैं।
भाजपा ने उन कार्यकर्ताओं को सम्मान देने का निर्णय लेते हुए उनके परिवारों को मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है। इन कार्यकर्ताओं के परिवारों को भाजपा पदाधिकारियों की देखरेख में ट्रेन से दिल्ली लाया जाएगा। ये पदाधिकारी दिल्ली में भी इन लोगों का ख्याल रखेंगे। जिन कार्यकर्ताओं के परिवारों को आमंत्रित किया गया है, उनमें से 46 ऐसे हैं, जो पिछले वर्ष हुए पंचायत चुनावों के दौरान हुई राजनीतिक हिंसा में मारे गए थे। इनमें 5 ताज़ा लोकसभा चुनाव के दौरान हुई हिंसा में मारे गए कार्यकर्ताओं के परिवार हैं। दिल्ली में इन परिवारों के ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था भी पार्टी ही कर रही है।
भाजपा द्वारा 54 परिवारों को दिए गए इस न्योते को बंगाल में पैर पसारने की कोशिश कर रही पार्टी का अहम कदम माना जा रहा है। #WestBengal #NarendraModi #MamataBanarjee @BJP4Indiahttps://t.co/1hGimrhkoi
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) May 29, 2019
मारे गए कार्यकर्ताओं में से अधिकतर बैरकपुर, कृष्णानगर, नदिया, पुरुलिया, मालदा, बाँकुरा, मिदनापुर, झरगाम और वीरभूम के रहने वाले थे। इनमें से कुछ कार्यकर्ताओं के परिवारों ने दिल्ली भाजपा मुख्यालय आकर अपनी पूरी आपबीती सुनाई थी। उन्होंने बताया था कि कैसे वह अब भी डर के साए में जी रहे हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस क़दम से पार्टी अपने कार्यकर्ताओं व उनकी परिवारों को यह सन्देश देना चाहती है कि उन्हें डरने की ज़रूरत नहीं है, भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उनके सुख-दुःख में साथ खड़ा है। भाजपा लगातार कहती आ रही है कि 2018 में हुए पंचायत चुनाव से लेकर अब तक बंगाल में उनके 68 कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं।
पिछले वर्ष हुए पंचायत चुनाव में 20,000 सीटों पर तृणमूल के प्रत्याशी निर्विरोध जीत गए थे। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और पार्टी को मात्र 2 सीटें आई थीं। उस चुनाव में राज्य में भाजपा का वोट शेयर 17% था। लेकिन, 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 18 सीटें जीत कर सबको चौंका दिया है। इस वर्ष पार्टी का वोट शेयर भी बढ़ कर 40% के क़रीब पहुँच गया है। मृत कार्यकर्ताओं के परिवारों का इस समारोह में शामिल होना इसीलिए भी अहम है क्योंकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इसमें शामिल होने वाली हैं।
तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि उन्होंने अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है और वे सभी पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि चूँकि यह एक समारोह है, इसमें वह जाएँगी। बता दें कि चुनाव के दौरान ममता ने कहा था कि फ़ोनी तूफ़ान के लिए वह मोदी से इसीलिए नहीं मिलीं क्योंकि वह उन्हें प्रधानमंत्री नहीं मानतीं। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और ममता बनर्जी के बीच बड़ी खींचतान देखने को मिली।