राष्ट्रपति चुनावों के मद्देनजर विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने हाल में जम्मू-कश्मीर में अपनी बैठक की। इस बैठक में फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत कई नेता शामिल हुए। बैठक के दौरान सिन्हा ने फारूक अब्दुल्ला समेत बैठक में शामिल तमाम नेताओं को देश का सबसे बड़ा राष्ट्रवादी बताया।
उन्होंने बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे जो भी लोग यहाँ बैठे हैं, फारूक साहब और महबूबा जी को मिला कर…इनसे बड़ा कोई राष्ट्रभक्त नहीं है। अगर ये राष्ट्रवादी नहीं हैं तो फिर देश में कोई राष्ट्रभक्त नहीं है।”
Srinagar, J&K | All our people who’re present here, including Farooq Sahab, Mehbooba Ji, no bigger patriot in the country than them. If these are not patriotic,then none of us have right to claim patriotism towards our country: Opposition’s Presidential candidate Yashwant Sinha pic.twitter.com/0D95hNVlTw
— ANI (@ANI) July 9, 2022
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब यशवंत सिन्हा ने नेशनल कॉन्ग्रेस के फारूक अब्दुल्ला को देश का सबसे बड़ा राष्ट्रभक्त बताया हो, पहले भी यशवंत सिन्हा ने खुलकर कहा हुआ है कि फारूक अब्दुल्ला प्रधानमंत्री मोदी से ज्यादा बड़े राष्ट्र भक्त हैं।
साल 2019 में जब अनुच्छेद 370 को हटाने के दौरान सुरक्षा लिहाज से फारूक अब्दुल्ला को हाउस अरेस्ट किया गया था उस समय भी यशवंत सिन्हा ने एक ट्वीट किया था। अपने ट्वीट में सिन्हा ने कहा था, “ये दुर्भाग्य है कि फारूक अब्दुल्ला की हिरासत को 3 महीने बढ़ा दिया गया। वो निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री मोदी से बड़े राष्ट्रवादी हैं जो हमारे देश को बर्बाद करने पर तुले हैं और फिर भी बाहर हैं। MODI का मतलब है- मैन हू डिस्ट्रॉयड इंडिया (वह व्यक्ति जो भारत को बर्बाद कर दे।)”
It is a pity that Farooq Abdullah’s custody has been extended by another 3 months. He is more of a nationalist than most, certainly more than the PM of India who is out to destroy our country. MODI stands for Man WhO Destroyed India.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) December 15, 2019
उल्लेखनीय है कि विपक्ष द्वारा राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद यशवंत सिन्हा विपक्ष के नेताओं के साथ लगातार अपनी बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने श्रीनगर में हुई अपनी इस बैठक से पहले कहा था कि जम्मू-कश्मीर के लोगों से उनके संवैधानिक अधिकार चुराए गए हैं। इसके बाद उन्होंने बैठक की जानकारी दी।
The people of Jammu & Kashmir have been robbed of their democratic rights. Even though they are largely unrepresented in this Presidential election, I will be in J&K today to meet and engage with an integral part of India.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 9, 2022
I look forward to my interactions today. pic.twitter.com/MD4SoR7ge6
बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति निर्वाचित हुए तो उनकी प्राथमिकताओं में से एक चीज ये होगी कि वो कश्मीर मुद्दे को स्थायी रूप से हल करने और शांति, न्याय, लोकतंत्र, समान स्थिति बहाल करने के लिए सरकार से आग्रह करेंगे।
If elected…one of my priorities would be to urge the govt to take all necessary steps to resolve the Kashmir issue permanently and restore peace, justice, democracy, normalcy, and end the hostile development towards J&K: Opposition’s Presidential candidate Yashwant Sinha pic.twitter.com/G4ZNDCmrOr
— ANI (@ANI) July 9, 2022