पंजाब के सिसवान में स्थित मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास पर मंगलवार (जून 15, 2021) को सैंकड़ों की तादाद में शिरोमणि अकाली दल के समर्थकों का जमावड़ा लगा। कोविड नियमों को ताक पर रखकर इकट्ठा हुई इस भीड़ को अलग करने के लिए पंजाब पुलिस ने वाटर कैनन का प्रयोग किया। इसके अलावा अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को भी प्रदर्शन का नेतृत्व करने पर हिरासत में ले लिया गया।
समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा शेयर वीडियो में देख सकते हैं कि अकाली समर्थक कैसे मुख्यमंत्री के आवास के बाहर खड़े हैं वो भी बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए हुए। ज्यादातर के चेहरे पर मास्क भी नहीं है। इन सबके बीच में सुखबीर सिंह बादल को भी देखा जा सकता है।
#WATCH | Punjab: Security forces use water cannon on the protesting Shiromani Akali Dal (SAD) leaders & workers outside the residence of CM Captain Amarinder Singh in Siswan.
— ANI (@ANI) June 15, 2021
SAD president Sukhbir Singh Badal is also present at the spot pic.twitter.com/iTQwBj5FJA
बता दें कि पंजाब सीएम के घर के बाहर इकट्ठा हुई भीड़ के पास माँगों की लंबी सूची थी। इनका कहना था कि टीकाकरण की बिक्री और चिकित्सा आपूर्ति की खरीद में सामने आई कई विसंगतियों के मामले में सीबीआई की जाँच हो।
दूसरा ये चाहते थे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू को बर्खास्त किया जाए। इसके अलावा विपक्षी दल की यह भी माँग है कि राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए भूमि अधिग्रहण बाजार दरों पर किया जाए और प्रभावित जमीन मालिकों को विस्थापन मुआवजा दिया जाए।
अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने महामारी के दौरान राज्य के लोगों की पीड़ा का लाभ उठाने के लिए राज्य में कॉन्ग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया। चीमा ने कहा कि वैक्सीन और फतेह किट धोखाधड़ी ने पंजाबियों की अंतरात्मा को झकझोर दिया है।
वहीं दल के प्रमुख ने सत्ताधारी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार टीकाकरण से लेकर छात्रवृत्ति और किसानों की जमीन अधिग्रहण तक कई घोटालों में लिप्त है। वह कहते हैं, “अगर कोई तूफान उठा, तो कैप्टन उसे रोक नहीं पाएँगे, भले ही वह अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करे।”
पुलिस हिरासत में लिए जाने से पहले सुखबीर सिंह बादल ने यह भी कहा कि टीकाकरण में घोटाला हुआ है, फतेह किट में घोटाला हुआ है, अनुसूचित जाति की छात्रवृत्ति में घोटाला हुआ है और अब किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है।