किसानों की कर्ज माफ़ी का वायदा न पूरा कर सकने के लिए कमलनाथ सरकार में मंत्री गोविन्द सिंह ने आम जनता से माफ़ी माँगी है। 2018 में हुए मध्य प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान तब के कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने सरकार बनने के 10 दिन के भीतर किसानों के 2 लाख रुपए तक के कर्ज को माफ़ करने का वादा किया था। उन्होंने तब यह भी कहा था कि ऐसा न कर पाने की स्थिति में वो अपने मुख्यमंत्री को बदले देंगे।
Madhya Pradesh Min Govind Singh: Rahul Gandhi had said that after we form govt we’ll waive off farmer loans up to Rs 2 lakh in 10 days,but we could not. Opposition says that we betrayed you.I want to say that situation is difficult that’s why there is a delay in waiving off loans pic.twitter.com/fGndRPQjou
— ANI (@ANI) February 14, 2020
सामान्य प्रशासन मंत्री गोविन्द सिंह ने राहुल गाँधी के इसी वादे को याद करते हुए, इसके पूरे न होने पर जनता से माफ़ी माँगी। हालाँकि उन्होंने इसके लिए प्रदेश की पिछली भाजपा सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि पिछली सरकार हमारे ऊपर 14,000 करोड़ रुपए का कर्जा छोड़ गई है, जिस कारण से हमारी कमलनाथ सरकार वित्तीय दबावों से जूझ रही है।
तमाम जतन के बाद मध्य प्रदेश में वापसी कर पाई कॉन्ग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में पहले चरण में कुल 7,154 करोड़ तथा दिसंबर 2019 लोन माफ़ी के दूसरे चरण में 11,675 करोड़ रुपए की कर्ज माफ़ी की गई, जिसमें से ज्यादातर किसानों पर कर्ज 50,000 रुपए से कम था जबकि वादा 2 लाख रुपए तक के कर्ज को माफ़ करने का किया गया था।
कॉन्ग्रेस सरकार की इस कर्जमाफी पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में कॉन्ग्रेस सरकार बनने के साल भर से ज्यादा होने के बावजूद भी अब तक राहुल गाँधी द्वारा किया गया कर्जमाफी का वादा आधा ही पूरा हो सका है।