उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सोमवार (जनवरी 21, 2019) को मीडिया से बातचीत में कई मुद्दों पर बयान दिए। रिजवी ने इस दौरान जनसंख्या नियंत्रण का मामला उठाया। कश्मीरी पंडितों को न्याय देने की बात की। कॉन्ग्रेस पर गंदी राजनीति करने के आरोप लगाए और सीएए को लेकर अपना पक्ष साफ किया।
रिजवी ने जनसंख्या कानून को देश की भलाई के लिए अनिवार्य बताया। उन्होंने कहा कि देश की भलाई के लिए जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून लागू होना चाहिए। वसीम रिजवी ने कहा कि कुछ लोगों का मानना है कि बच्चों का पैदा होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और इसमें हस्तक्षेप नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन जानवरों की तरह अधिक बच्चों को जन्म देना समाज और देश के लिए हानिकारक है। जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून लागू होने पर यह देश के लिए अच्छा होगा।
UP Shia Wakf Board Board Chairman Wasim Rizvi: Some ppl believe that childbirth is natural process&shouldn’t be interfered with. To give birth to more children like animals is harmful for society & country. It will be good for country if law is implemented for population control pic.twitter.com/DWyCuXje5z
— ANI UP (@ANINewsUP) January 20, 2020
इस बातचीत में रिजवी ने सीएए के ख़िलाफ़ प्रदर्शन पर बैठे लोगों की मंशा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “जो लोग CAA के खिलाफ शहीन बाग और लखनऊ में धरने पर बैठे हैं उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए धरना क्यों नही किया था।” इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के शाहीन बाग प्रदर्शन पर बैठे लोगों को कॉन्ग्रेस की गंदी राजनीति का शिकार बताया।
उन्होंने कहा कि जो लोग आज इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाकर सीएए/एनआरसी और एनपीआर का विरोध कर रहे हैं, उन्हें हम कहना चाहते हैं कि वो लोग तब कहाँ थे, जब 1990 में कश्मीरी पंडितों को जबरन निकाला जा रहा था और हजारों पंडितों को मारा जा रहा था।
रिजवी ने 1984 के नरसंहार की कड़वी यादों पर बात करते हुए कहा कि जब इंदिरा गाँधी की हत्या हुई थी, उस वक्त दिल्ली की सड़कों को सिखों का कत्ल कर लाल कर दिया गया था। उस वक्त अगर लोग जागरूक होते तो हजारों कश्मीरी पंडितों और सिखों को बचाया जा सकता। रिजवी ने प्रदर्शन में महिलाओं और बच्चों को रात भर बैठाने पर निशाना साधा और कहा कि ऐसे लोगों को चूड़ियाँ पहन लेनी चाहिए।
गौरतलब है कि अपने बयानों को लेकर चर्चा में आने वाले शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने हाल ही में नई पार्टी का गठन किया है। लेकिन नई पार्टी बनाने के मामले में मंगलवार को बाबरी मस्जिद मामले के मुद्दई इकबाल अंसारी ने उनके ख़िलाफ बयान दे दिया। अंसारी ने कहा कि बाबरी मस्जिद मामले में उनके (रिजवी) बयानों को लेकर समुदाय विशेष अब पहचान चुका है, वह वसीम रिजवी की पार्टी से नहीं जुड़ेगा और ना ही शिया कौम ही उनकी पार्टी से जुड़ेगी। इकबाल अंसारी ने वसीम रिजवी को चैलेंज करते हुए कहा कि उनकी नई पार्टी इंडियन आवामी लीग एक भी सभासद बना दें तो वे राजनीति छोड़ देंगे।