गुजरात में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं की जमानत याचिका खारिज होने के बाद उन्हें साबरमती जेल भेज दिया गया। यहाँ वे दो दिन न्यायिक हिरासत में रहे। जिसके बाद महिला आरोपितों को आज (22 दिसंबर 2021) दोपहर बाद सत्र न्यायालय में पेश किया जाएगा।
बता दें कि AAP के 66 कार्यकर्ताओं को 19 धाराओं के तहत हिरासत में लिया गया और गाँधीनगर की अदालत में पेश किया गया। इनमें से 9 आप कार्यकर्ताओं की जमानत अर्जी खारिज कर दी गई और उन्हें साबरमती जेल भेज दिया गया।
AAP के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया, वरिष्ठ नेता इसुदान गढ़वी, राज्य महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष गौरी देसाई, युवा शाखा के नेता निखिल सवानी और दिल्ली के दो नेताओं प्रवीण राम और शिव कुमार को अहमदाबाद की साबरमती जेल भेजा गया। गढ़वी पर भाजपा महिला कार्यकर्ता ने उत्पीड़न और पूर्व संध्या पर छेड़खानी का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि गाँधीनगर में भाजपा कार्यालय की घेराबंदी करने के बाद इसुदान गढ़वी, गोपाल इटालिया समेत कई लोगों ने नशे में उनके साथ गाली-गलौच और बदसलूकी की।
उल्लेखनीय है कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हेड क्लर्क के कथित पेपर लीक के विरोध में सोमवार (21 दिसंबर 2021) को भाजपा कार्यालय पर हंगामा किया था। उन्होंने विरोध प्रदर्शन के लिए गाँधीनगर में भाजपा कार्यालय का घेराव किया था। वे भाजपा विरोधी नारे भी लगा रहे थे।
भाजपा कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में पहुँचे और दोनों गुट आपस में भिड़ गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। बीजेपी नेता श्रद्धा राजपूत ने आरोप लगाया था कि इसुदान गढ़वी ने शराब के नशे में बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी की। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें लाठियों से मारा। राजपूत ने आगे आरोप लगाया कि भीड़ तितर-बितर होने के बाद, गोपाल इटालिया और इसुदान गढ़वी दोनों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। श्रद्धा राजपूत ने इस बाबत शिकायत भी दर्ज कराई है।