गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने शनिवार (11 सितंबर, 2021) को राज्यपाल आचार्य देवव्रत को अपना इस्तीफा सौंपा। अचानक हुए इस घटनाक्रम ने सबको हैरान कर दिया है क्योंकि भाजपा के अंदरखाने के लोग भी इससे अनजान थे। उनके इस्तीफे से पहले गाँधीनगर में कुछ बैठकें हुईं। विजय रुपाणी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा का अवसर देने के लिए भाजपा आलाकमान को धन्यवाद दिया।
Vijay Rupani resigns as Gujarat Chief Minister; says BJP will decide who will be next CM https://t.co/Qa5fD3B8hD
— Republic (@republic) September 11, 2021
विजय रुपाणी ने कहा कि नेतृत्व का बदलते रहना भाजपा की प्रकृति में ही है। हालाँकि, उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अंतर्गत जनसेवा का काम करते रहने का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में बार-बार लोगों ने भाजपा में अपना विश्वास जताया है। इससे पहले भाजपा उत्तराखंड और कर्नाटक में भी नेतृत्व-परिवर्तन कर चुकी है। कर्नाटक में येदियुरप्पा व उत्तराखंड में तीरथ सिंह रावत व उससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को इस्तीफा देना पड़ा था।
विजय रुपाणी 7 अगस्त, 2016 को गुजरात के मुख्यमंत्री बनाए गए थे। आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे से ये पद खाली हुआ था, जो फ़िलहाल उत्तर प्रदेश की राज्यपाल हैं। मई 2012 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद आनंदीबेन पटेल के नाम पर मुहर लगी थी। उससे पहले मोदी ही गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे और उन्होंने भाजपा को राज्य में एक के बाद एक तीन विधानसभा चुनाव जिताए थे।