गुजरात के बनासकांठा की वाव सीट से कॉन्ग्रेस विधायक गेनीबेन ठाकोर ने एक बार फिर से विवादित बयान दिया है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर गाँधीनगर में कॉन्ग्रेस सेवा दल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, विधायक गेनीबेन ठाकोर ने कहा कि महिलाओं को उनके खिलाफ अत्याचार के मामले में सहायता के लिए पुलिस या सरकार की मदद की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए।
ठाकोर ने कहा, “जब भी किसी महिला के साथ अत्याचार या अन्याय होता है तो पुलिस या सरकार की मदद का इंतजार किए बिना, पास की 50 महिलाओं को एक साथ आना चाहिए और अपराधी के ऊपर को केरोसिन/ पेट्रोल डाल कर उसे जनता के बीच जला देना चाहिए।”
इसी कार्यक्रम में एक अन्य कॉन्ग्रेस विधायक चंद्रिकाबेन बारिया ने अपने संबोधन में कहा कि ‘बलात्कारी भाजपा सरकार’ में बैठे लोगों की आँखें निकाल लेनी चाहिए। अनुसूचित जनजाति (ST) के गरबाड़ा चुनाव क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली बारिया ने कहा, “मुझे यह कहते हुए खेद हो रहा है कि हमें इस भाजपा सरकार में गुंडों से निपटना है। महिलाओं की ओर (बुरी मंशा से) देखने वालों की आँखें निकाल ली जाएँगी।”
पुलिस अधीक्षक मयूर चावड़ा ने बताया कि महिला दिवस के अवसर पर प्रोग्राम करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कुछ लोगों ने भड़काऊ और उकसाने वाले बयान दिए। जिसके बाद मार्च करने की घोषणा की गई। यह सोची-समझी साजिश थी।
गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब गेनीबेन ठाकोर ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने गुजरात के बनासकांठा के कांकरेज तहसील के सिरवादा में हुए किसान सम्मेलन के दौरान विवादित बयान देते हुए कहा था कि अगर उउनका बस चलता तो वह सभी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) वालों की हत्या करवा देती। वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना गया कि अगर इससे किसानों को फायदा होता है, तो वह उन्हें (भाजपा नेताओं को) मारने और जेल जाने के लिए तैयार हैं। अगर इसके लिए हथियार उठाना है तो कॉन्ग्रेस के नेता ऐसा करने को तैयार हैं।
इससे पहले गेनीबेन ठाकोर ने बनासकांठा जिले में ठाकोर समुदाय द्वारा अपनाए गए उस प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया था, जिसमें अविवाहित लड़कियों के मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाया गया था। प्रस्ताव में अंतर्जातीय विवाह पर भी रोक थी। उन्होंने कहा था कि इस तरह के प्रतिबंध से ‘ऐसी घटनाओं’ पर रोक लगेगी। आदेश में कहा गया था कि अंतर्जातीय विवाह करने पर लड़की के परिवार वालों पर 1.5 लाख रुपए और लड़कों के परिवार वालों पर 2 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। कॉन्ग्रेस विधायक गेनीबेन ठाकोर ने इस कदम को सही ठहराते हुए कहा कि अविवाहित लड़कियों द्वारा मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर इस तरह के प्रतिबंध से ‘लड़कों पर अपने आप नियंत्रण हो जाएगा’।