गुजरात में मेहसाणा जिले के ऊँझा विधानसभा सीट से कॉन्ग्रेसी विधायक आशाबेन पटेल ने पार्टी में अंदरूनी कलह का हवाला देते हुए अपना इस्तीफ़ा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफ़ा विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को सौंपा, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफ़े को स्वीकार कर लिया। बता दें कि, पटेल का इस्तीफ़ा देना कॉन्ग्रेस पार्टी के लिए एक झटका माना जा रहा है, क्योंकि बीजेपी के गढ़ वाली सीट पर इन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज़ की थी। बता दें कि महेसाणा जिले में 7 विधानसभा सीटे हैं, जिसमें से चार सीटें बीजेपी के पास जबकि तीन कॉन्ग्रेस के पास है।
आशाबेन पटेल ने पार्टी अध्यक्ष राहुल गाँधी को पत्र लिखकर अपने इस्तीफ़े की जानकारी दी। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अंदरूनी कलह और पार्टी नेतृत्व के मुझे नजर अंदाज करने के चलते इस्तीफ़ा दिया है।’’ उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में राज्य के विकास के लिए दिए गए किसी भी बात को पार्टी ने गौर नहीं किया।
बीजेपी में शामिल होने को लेकर पूँछे एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वह पहले निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से इसके बारे में पूछेंगी फिर कोई निर्णय लेंगी। वहीं इस्तीफ़े को लेकर कॉन्ग्रेस राज्य इकाई के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने इसे आशा पटेल का निजी स्वार्थ बताया। बता दें कि इससे पहले कॉन्ग्रेस विधायक कुंवरजी बावलिया कॉन्ग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गईं थीं।