योगगुरु बाबा रामदेव ने कुछ संतों के साथ मिलकर माकपा महासचिव सीताराम येचुरी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने यह शिकायत येचुरी के द्वारा हिंदुओं को हिंसक बताने और रामायण, महाभारत को लेकर की गई टिप्पणी के लिए की है। स्वामी रामदेव ने शनिवार (मई 4, 2019) को हरिद्वार में की गई एक बैठक के दौरान माकपा महासचिव सीताराम येचुरी को आड़े हाथों लिया।
Uttarakhand: Yog Guru Ramdev along with other saints filed a complaint with SSP Haridwar against CPI(M) leader Sitaram Yechury for his statement, “Ramayana & Mahabharata are also filled with instances of violence & battles”. pic.twitter.com/0Z6QPzuUN1
— ANI (@ANI) May 4, 2019
स्वामी रामदेव ने कहा कि भारत की संस्कृति और उसकी सभ्यता हजारों हजार साल पुरानी है, लेकिन उस पर जो अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी सीताराम येचुरी ने की है उससे पूरे देश में आक्रोश है। हरिद्वार में बाबा रामदेव के नेतृत्व में संत समाज ने येचुरी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि अगर येचुरी को राम और सीता के नाम से इतनी आपत्ति है तो अपने नाम से सीता और राम हटाकर रावण, कंस या औरंगजेब रख लें।
कम्युनिस्टों,ईसाइयों व मुगलों ने अपने राज्य विस्तार के लिए न्याय व कानून के नाम पर 50 करोड़ निर्दोष लोगों का कत्ल किया,
— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) May 4, 2019
क्या #sitaramyechury इसको अत्याचार व हिंसा कहने का साहस कर पाएंगे?
सीतारामयेचुरी के हिन्दूधर्म पर विवादित बयानके विरोध में आज हरिद्वार में 11 बजे प्रेसवार्ता pic.twitter.com/WexR5dmayt
इसके साथ ही स्वामी रामदेव ने कम्युनिस्टों, ईसाइयों व मुगलों पर अपने राज्य के विस्तार के लिए न्याय व कानून के नाम पर 50 करोड़ निर्दोष लोगों का कत्ल करने की बात कही। उन्होंने पूछा कि क्या येचुरी इस अत्याचार को हिंसा कहने का साहस कर पाएँगे?
Sitaram Yechury, CPI(M): Ramayana & Mahabharata are also filled with instances of violence & battles. Being a pracharak, you narrate the epics but still claim Hindus can’t be violent? What is the logic behind saying there is a religion which engages in violence & we Hindus don’t pic.twitter.com/S3ZpDj102u
— ANI (@ANI) May 3, 2019
गौरतलब है कि येचुरी ने शुक्रवार (मई 3, 2019) को कहा था रामायण और महाभारत भी लड़ाई और हिंसा से भरी हुई है, लेकिन एक प्रचारक के तौर आप सिर्फ महाकाव्य के तौर पर उसे बताते हैं, उसके बाद भी दावा करते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं है। उन्होंने कहा था कि रामायण और महाभारत हिंसा के उदाहरणों से भरे पड़े हैं। ऐसे में ये दावा करना गलत है कि हिंदू हिंसक नहीं हो सकते।