‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ लेकर मणिपुर से निकले राहुल गाँधी गुजरात पहुँच चुके हैं। यह यात्रा रविवार (10 मार्च, 2024) को उत्तरी गुजरात से चल कर सूरत के बारडोली पहुँची है। यहाँ राहुल गाँधी को विरोध का सामना करना पड़ा। राहुल गाँधी की इस यात्रा में हिंदू संगठन ‘श्री राम सेना’ के कार्यकर्ताओं ने ‘जय श्री राम’ और ‘जो राम का नहीं, वो हमारे किसी काम का नहीं’ के नारे लगाए। मिली जानकारी के मुताबिक इस नारेबाजी के बाद राहुल गाँधी की बैठक रद्द कर दी गई और वो बारडोली से बिना सभा किए व्यारा के लिए रवाना हो गए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक रविवार की सुबह राहुल गाँधी ने अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान ऐतिहासिक ‘स्वराज आश्रम’ का दौरा किया। जब वो यहाँ से लौट रहे थे तो स्थानीय हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने रास्ते में ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। इसी दौरान राहुल गाँधी की यात्रा के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन भी किया गया। जय श्री राम के नारे सुन कर राहुल गाँधी के साथ चल रहे कुछ कॉन्ग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए। वो नारे लगा रहे लोगों के बीच पहुँच गए और उनको रोकने की कोशिश करने लगे।
બારડોલીમાં યાત્રા લઈને પહોંચેલા રાહુલ ગાંધીનો વિરોધ
— ઑપઇન્ડિયા (@OpIndia_G) March 10, 2024
-લાગ્યા 'જય શ્રીરામ'ના નારા, હિંદુ સંગઠન અને કોંગ્રેસના કાર્યકરો સામસામે આવ્યા
-વિરોધ બાદ રાહુલ ગાંધીની સભા રદ કરાઈ #Bardoli #BharatJodoNyayYatra #RahulGandhi pic.twitter.com/3XnXtr8cXk
दोनों पक्षों के आमने-सामने आ जाने से माहौल तनावपूर्ण हो गया। हल्की झड़प की भी खबरें हैं। राहुल गाँधी की यात्रा में बारडोली में एक सार्वजनिक बैठक प्रस्तावित थी। यह बैठक लिम्डा चौक पर प्रस्तावित थी। हालाँकि हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं के विरोध की वजह से यह बैठक अचानक रद्द कर दी गई। इसके बाद राहुल गाँधी अपनी यात्रा लेकर सीधे व्यारा के लिए निकल गए।
हमारे राजा राम हैं, उनके विरोधी का हम करेंगे विरोध
ऑपइंडिया ने राहुल गाँधी की यात्रा का विरोध करने वाले श्री राम सेना संगठन के पदाधिकारी संजय पटेल से बात की। उन्होंने हमसे कहा, “हमने राहुल गाँधी का विरोध किया है। जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं। राहुल गाँधी कहते हैं कि मंदिर जाने से किसी को रोजगार नहीं मिलेगा, वह और उनकी कॉन्ग्रेस पार्टी पहले से ही राम मंदिर के विरोध में खड़ी है। उन्होंने कहा, “राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा कर कॉन्ग्रेस ने अपनी मानसिकता जगजाहिर कर दी है।”
संजय पटेल ने आगे कहा, “राहुल गाँधी युवाओं को गुमराह कर रहे हैं। अगर वे हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करेंगे तो हम भी हमेशा उनका विरोध करेंगे। भगवान राम हमारे राजा हैं। उनमे हमारे अटूट आस्था है। हम किसी भी हाल में उनकी खिलाफत बर्दाश्त नहीं करने वाले।”
संजय पटेल ने कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं पर अपने साथियों और सहयोगियों पर हमला करने का भी आरोप लगाया है। बकौल संजय कॉन्ग्रेस ने हमेशा सरदार पटेल को हेय दृष्टि से देखा है लेकिन बारडोली में दिखावा करने के लिए कॉन्ग्रेसी उनके ही नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं।
कई बार कर चुके हैं राम विरोधी टिप्पणी
बताते चलें कि अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान राहुल गाँधी ने कई स्थानों पर राम मंदिर पर टिप्पणी की है। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव पर भी सवाल खड़े किए थे। तब उन्होंने कहा था कि कार्यक्रम में गरीबों को क्यों नहीं बुलाया गया ? इसके अलावा राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था, “वह चाहते हैं कि भारत के युवा पूरे दिन अपने फोन से चिपके रहें। ‘जय श्री राम’ का जाप करें और भूख से मर जाएँ।” राहुल के इस बयान का काफी विरोध हुआ था।