प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100 एपिसोड पूरे होने वाले हैं। इसी थीम पर एक कन्क्लेव का भी आयोजन हो रहा है, जिसमें कई बड़े नेता और सेलेब्रिटी शामिल हुए। अब एक रिसर्च रिपोर्ट में सामने आया है कि ये कार्यक्रम इससे आम लोगों में केंद्र सरकार की पहुँच बढ़ी है, खासकर युवाओं, महिलाओं और किसानों तक। स्वच्छता, विकास, जल संरक्षण और विकास इस कार्यक्रम के महत्वपूर्ण मुद्दे रहे हैं।
एक्सिस मॉय इंडिया और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ साझेदारी में इंस्टीट्यूट फॉर कॉम्पिटिटिवनेस (IFC) ने ये रिसर्च किया है। इसकी रिपोर्ट में बताया गया है कि इस कार्यक्रम के जरिए आम लोगों को बदलाव लाने वाली योजनाओं में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित किया गया। इससे देश और इसके नागरिकों के जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ा। जमीन पर बदलाव लाने वालों को इस कार्यक्रम में सम्मान मिला। ‘Mann Ki Baat: A Decade of Reflections’ नामक इस रिपोर्ट में कहा गया है कि लोगों ने इस कार्यक्रम को सुन कर एक्शन लिया, बदलाव में साथ दिया।
उदाहरण के लिए, 2019 में अदिति बलबीर ने ग्रामीण पर्यटन के क्षेत्र में काम करते हुए किफायती रिसॉर्ट्स का कारोबार शुरू किया। माधव भट्ट कुल्लांगलू ने कर्नाटक में अपने एक खेत में झील का निर्माण किया। इससे जमीन के नीचे जल का स्तर बढ़ा और लोगों को फायदा हुआ। 2022 में रामशंकर वर्मा ने यूपी में सौर ऊर्जा से चलने वाला अजान मिल स्थापित किया, जिससे न सिर्फ उनकी आमदनी बढ़ी बल्कि आसपास के लोगों को रोजगार भी मिला।
Mann ki Baat has catalyzed community led action on sanitation, health, women’s economic empowerment and other issues linked to the Sustainable Development Goals. Congratulations @narendramodi on the 100th episode. https://t.co/yg1Di2srjE
— Bill Gates (@BillGates) April 29, 2023
रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘मन की बात’ लोगों को प्रेरित करता है कि वो सामाजिक बदलाव में अपना योगदान दें। 2014-23 तक आए सभी ‘मन की बात’ के एपिसोड की समीक्षा इस रिसर्च के दौरान की गई। पीएम मोदी ने कई बार ‘भारत’, ‘भारतीयों’ और ‘नागरिकों’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया, जिससे सभी लोग कार्यक्रम से जुड़ाव महसूस करने लगे। स्टार्टअप्स और छोटे कारोबारियों को इससे प्रोत्साहन मिला। इसमें आम लोगों द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों की भी चर्चा की गई।