चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) आजकल ‘जनसुराज यात्रा’ पर हैं। यात्रा के दौरान कई मौकों पर उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर निशाना साधा है। प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर उनका मुँह खुल गया तो किसी का धोती-पायजामा भी नहीं बचेगा। वह यात्रा की फंडिंग पर उठ रहे सवालों का जवाब दे रहे थे।
प्रशांत किशोर ने पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता जनता को लूट कर अपना काम चला रहे हैं। उन्होंने तेजस्वी यादव पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि वह गरीबों का पैसा लूटकर अपनी बर्थडे पार्टी चार्टर प्लेन में मना रहे हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा, “मैंने तो इन पार्टियों के लिए काम भी किया है। अगर मेरा मुँह खुल गया तो किसी का धोती-पायजामा भी नहीं बचेगा।” उन्होंने कहा कि मीडिया इन लोगों से क्यों नहीं पूछती है कि आखिर ये लोग इतना पैसा लाते कहाँ से हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश और तेजस्वी को बताना चाहिए कि किन लोगों से पैसा लेकर वे बिहार में इतनी बड़ी पार्टी चला रहे हैं।
वहीं जब उनसे पूछा गया कि उनकी ‘जनसुराज यात्रा’ के लिए पैसा कहाँ से आ रहा है तो उन्होंने कहा, “पैसा वहाँ से आ रहा है, जिन राज्यों में सरकार बनाने में मैंने मदद की थी। ऐसे 6 राज्य हैं। अब वो मेरी मदद कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि हर काम के लिए वे पैसों के लेन-देन को चेक के माध्यम से करते हैं।
उधर, नीतीश कुमार भी गुरुवार (5 जनवरी 2023) से ‘समाधान यात्रा’ निकाल रहे हैं, जो 7 फरवरी 2023 तक चलेगी। यात्रा के दौरान बिहार के 18 जिलों को कवर किया जाएगा। इसकी शुरुआत पश्चिम चंपारण के वाल्मीकिनगर के दरुआबारी गाँव से होगी। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री विकास कार्यों का जायजा लेंगे और ग्रामीणों से मिलेंगे।
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की इस यात्रा को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि जिस यात्रा को वह करने जा रहे हैं, पेपरों पर तो यह उनकी 14वीं यात्रा है, लेकिन वास्तव में यह केवल एक प्रशासनिक यात्रा है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का जनता से कुछ लेना-देना नहीं है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार यात्रा के दौरान उन अधिकारियों से मुलाकात करेंगे, जिनसे वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान बात करते हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को पता है कि यह उनका अंतिम कार्यकाल है। अब उनके लिए कुछ नहीं बचा है। अब वे समय रहते रिटायर हो जाएँ, इसी में उनकी भलाई है।