भारत सरकार ने कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर प्रतिबंध लगाया था। लेकिन उसका एक राजनीतिक धड़ा है, जो केरल में कॉन्ग्रेस के अगुवाई वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को लोकसभा चुनाव 2024 में समर्थन कर रहा है। पीएफआई के राजनीतिक फ्रंट का नाम सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) है। उसके केरल राज्य के अध्यक्ष मुवत्तुपुझा अशरफ मौलवी ने केरल में कॉन्ग्रेस और उसके धड़े को समर्थन का ऐलान किया है। एसडीपीआई के कॉन्ग्रेस के समर्थन के ऐलान के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने कॉन्ग्रेस पर करारा हमला बोला और कहा कि ‘कॉन्ग्रेस को भारत की संप्रभुता से कोई मतलब नहीं है।’
केरल में पीएफआई ने दिया कॉन्ग्रेस को समर्थन
कॉन्ग्रेस केरल में एसडीपीआई के अध्यक्ष अशरफ मौलवी ने एर्नाकुलम प्रेस क्लब में बाकायदा सोमवार (01 अप्रैल 2024) को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर कॉन्ग्रेस के समर्थन का ऐलान किया। मौलवी ने बताया कि उसने कॉन्ग्रेस को समर्थन देने का फैसला इसलिए किया है, क्योंकि कॉन्ग्रेस ही बीजेपी के विरोध में खड़े इंडी गठबंधन का मुख्य चेहरा है। एसडीपीआई ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में केरल की 9 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था।
इस लोकसभा चुनाव में वो तमिल नाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 18 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। बाकी की लोकसभा सीटों पर वो बीजेपी के खिलाफ खड़े उम्मीदवारों को समर्थन दे रही है।
इस मुद्दे पर जब केरल में कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एमएम हसन से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि हमें भी अभी पता चला है कि एसडीपीआई हमारा समर्थन कर रही है। जब उन्हें बताया गया कि एसडीपीआई कट्टरपंथियों से जुड़ी पार्टी है, तो उन्होंने इसके जवाब में उन्होंने कहा कि ये देखना हमारा काम नहीं है। हम इस मामले को पार्टी की बैठक में उठाएँगे।
कॉन्ग्रेस को एसडीपीआई के समर्थन से हैरानी नहीं : शाह
इस मामले को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने कॉन्ग्रेस पर जोरदार हमला बोला। कर्नाटक के रामनगर में रोडशो के दौरान सीएनएन-न्यूज18 ने उनसे इस बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस को इस तरह के समर्थन से वो हैरान नहीं हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, “मैं यह देखकर हैरान नहीं हूँ कि एसडीपीआई कॉन्ग्रेस का समर्थन कर रही है। सांप्रदायिक ताकतों के समर्थन से कॉन्ग्रेस कई वर्षों से भारत विरोधी अभियानों का समर्थन करती रही है। एसडीपीआई के समर्थन का मतलब है कि आप भारत की संप्रभुता में विश्वास नहीं करते हैं।” वहीं, इस मामले में कॉन्ग्रेस के महासचिव और अलाप्पुझा लोकसभा सीट से प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अभी एसडीपीआई के समर्थन को लेकर पार्टी में कोई चर्चा नहीं हुई है।