कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम और कॉन्ग्रेस नेता जी परमेश्वर के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद अब तक 4.52 करोड़ रुपए की नकदी बरामद हुई है। बता दें कि कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री के करीब 30 ठिकानों पर आईटी विभाग ने छापे मारे। ये छापेमारी आज भी जारी है।
आईटी विभाग ने कहा कि आज भी बेंगलुरु में सिद्धार्थ मेडिकल कॉलेज के परिसर में छापेमारी जारी रहेगी। यह मेडिकल कॉलेज जी परमेश्वर से संबंधित ट्रस्ट के जरिए चलाया जाता है। इसके अलावा जी परमेश्वर के भाई के बेटे आनंद के घर पर भी छापा पड़ा है।
Karnataka: The Income Tax raids are continuing today at the premises of Siddhartha Medical College, in Bengaluru, which is run by a trust related to Congress leader and former Deputy CM G Parameshwara. https://t.co/aYFKERVbQI
— ANI (@ANI) October 11, 2019
उनके निजी सहायक रमेश के आवास की भी तलाशी ली गई। कल भी आईटी विभाग ने जी परमेश्वरा से जुड़े विभिन्न ठिकानों पर छापे मारे। खबर के अनुसार ये छापे NEET परीक्षा से जुड़े बहु-करोड़ टैक्स चोरी मामले से संबंधित है। पहले दिन की छापेमारी में आयकर विभाग को कई अहम दस्तावेज भी हाथ लगे थे।
हालाँकि, इस मामले में छापेमारी के पहले दिन जी परमेश्वर का कहना था, “मुझे छापेमारी की जानकारी नहीं है। मुझे नहीं पता कि वे छापेमारी कहाँ कर रहे हैं। उन्हें तलाशी लेने दें, मुझे कोई दिक्कत नहीं है। अगर हमारी तरफ से कोई गलती होगी तो इसे सुधारेंगे।”
The series of IT raids on @DrParameshwara, RL Jalappa & others, are politically motivated with malafide intention. They are only targeting @INCKarnataka leaders as they have failed to face us on policy & corruption issues.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) October 10, 2019
We won’t budge to any such tactics!!
आयकर विभाग ने उनसे संबंधित ट्रस्ट द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज में कुछ अनियमितताएँ पाई हैं। परमेश्वर के ठिकानों पर विभाग की छापेमारी का सिद्धारमैया ने विरोध किया है। उन्होंने इस छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया है। उनका आरोप है कि कर्नाटक के कॉन्ग्रेस नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने ट्वीट किया, “परमेश्वर और आरएल जलप्पा और अन्य पर की गई छापेमारी राजनीति से प्रेरित और दुर्भावनापूर्ण हैं। वे केवल कर्नाटक के नेताओं को निशाना बना रहे हैं जैसा कि वह नीति और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर असफल हो चुके हैं। हम ऐसे किसी चाल से पीछे हटने वाले नहीं हैं।”