Sunday, November 17, 2024
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पत्रकार अजीत भारती को जेल भेजना चाहती है कॉन्ग्रेस, नेहरू-गाँधी की आलोचना नहीं पचा पा रही पार्टी

अंडकोष, चार चवन्नी घोड़े पे... जैसे आम आदमी की बोलचाल वाली भाषा में पत्रकार अजीत भारती ने कंगना-आजादी-कॉन्ग्रेसी सिस्टम पर वीडियो बनाया। FOE की दुहाई देने वाले कॉन्ग्रेसी अब इसी वीडियो के सहारे पत्रकार को जेल भेजने की तैयारी में जुट गए हैं।

कृपया ध्यान दें: अगर आपकी उम्र 18 साल से कम है, आपने “गैंग्स ऑफ वासेपुर” नाम की फिल्म नहीं देखी है… तो कृपया कोई और लेख पढ़ लें। यह रिपोर्ट जिस मुद्दे पर है, उसकी भाषा आम बोलचाल (कहीं-कहीं गाली भी) वाली है।

पत्रकार अजीत भारती को जेल भेजना चाहती है कॉन्ग्रेस पार्टी। कारण है एक वीडियो। वीडियो जिसमें नेहरू से लेकर गाँधी और कॉन्ग्रेसी सिस्टम पर चोट की गई है।

इन सब की शुरुआत होती है इंडियन यूथ कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी (श्रीनिवास भद्रावती वेंकट, Srinivas BV) के एक ट्वीट से। 16 नवंबर को श्रीनिवास बीवी ने 45 सेकंड का एक वीडियो ट्वीट किया। वीडियो में पत्रकार अजीत भारती को बोलते सुना जा सकता है:

“…इसलिए कर रहा हूँ क्योंकि देश से बापू और चाचा अपना सारा राष्ट्रवाद और स्वाभिमान अंग्रेजों के अंडकोषों का वजन नापने में खपा रहे थे। ऐसे राष्ट्रपिता घोड़े की पीठ पर चार चवन्नी रख कर कविता पाठ के लिए बने हैं।… सारी प्रक्रिया स्वतंत्रता के बाद भी वही रखे हुए हैं, जो एक मालिक ने गुलामों को साधने के लिए लिखा। इतिहास किसी खानदान की रखैल नहीं है। भले ही रखैलें रखने और रखैल बनने का उनका इतिहास पुराना हो… इसलिए जब कंगना कहती है कि आजादी…”

यह वीडियो एक प्रोमो है। मतलब काट-काट कर बढ़िया वाला हिस्सा एक साथ जोड़ा हुआ। इसे खुद पत्रकार अजीत भारती ने अपने यूट्यूब वीडियो की शुरुआत में लगाया हुआ है। लेकिन इंडियन यूथ कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने न तो पूरा वीडियो देखा और न ही इंडियन यूथ कॉन्ग्रेस के नेशनल लीगल सेल ने। शिकायत दर्ज करवा कर जेल भेजने की धमकी ट्वीट कर दी गई।

पत्रकार अजीत भारती का पूरा वीडियो देखिए। समय कम हो तो 5:09 से 7:20 तक देख सकते हैं। जो कॉन्ग्रेसियों ने शेयर किया है, उसके उलट अपनी बात उन्होंने तर्क के साथ रखी है। हाँ यह जरूर है कि तर्कों के साथ-साथ अंडकोष, चार चवन्नी घोड़े पे… जैसे आम आदमी की बोलचाल वाली भाषा भी प्रयोग की गई।

गुस्सा होना जायज है लेकिन सिर्फ आम आदमी की बोलचाल वाली भाषा (कुछ लोग इसे असंसदीय भी कह सकते हैं) के लिए किसी पत्रकार या अजीत भारती को क्या जेल भेजने की धमकी दी जानी चाहिए? फिर अपनी ही सरकार के द्वारा संसद में पारित ऑर्डिनेंस को फाड़ने वाले राहुल गाँधी के साथ इंडियन यूथ कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी क्या करेंगे?

मजेदार बात यह है कि जेल भेजने या शिकायत दर्ज कराने की कॉन्ग्रेसी धमकी का जवाब पत्रकार अजीत भारती ने आम बोलचाल की भाषा में ही दिया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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