कॉन्ग्रेस सांसद जयराम रमेश ने हाल में एक ट्वीट में आरोप लगाया है कि राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा में जो लोग शामिल हुए उनसे अब आईबी पूछताछ कर रही है। अपने ट्वीट में उन्होंने ये भी कहा कि इस यात्रा में कुछ ऐसा नहीं था जो छिपाकर किया गया। बस ये जासूसी इसलिए हो रही है क्योंकि इससे मोदी और अमित शाह घबराए हुए हैं।
जयराम रमेश ने 25 दिसंबर को शाम के समय किए अपने ट्वीट में लिखा, “IB ऐसे कई लोगों से पूछताछ कर रही है,जिन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गाँधी के साथ बातचीत की थी। जासूस हर तरह के सवाल पूछ रहे हैं और उन्हें सौंपे गए ज्ञापन की कॉपीज़ भी चाहते हैं। यात्रा के बारे में कुछ भी गोपनीय नहीं है लेकिन स्पष्ट रूप से मोदी और शाह(G2) घबराए हुए हैं।”
बता दें कि कॉन्ग्रेस नेता का यह ट्वीट आने के बाद लोग उन्हें केजरीवाल से जोड़ रहे हैं। एक यूजर ने उन्हें कहा, “जयराम रमेश दूसरे केजरीवाल बनने की ओर अग्रसर हैं। जोड़ने भारत को चले हैं पर टीआरपी मोदी और शाह के नाम से नहीं मिल रही।”
जयराम रमेश दूसरे केजरीवाल बनने की और अग्रसर है। जोड़ रहे है भारत लेकिन मोदी और शाह का नाम लिए बिना TRP मील हीं नहीं रही है
— Ashish Ranjan Singh (@stvashish) December 25, 2022
आईबी का नाम लेने पर केजरीवाल से तुलना केवल इसीलिए है क्योंकि कॉन्ग्रेस से पहले आईबी शब्द का इस्तेमाल उन्होंने ही किया था गुजरात चुनावों के वक्त आप प्रमुख भी एक कागज दिखाकर दावा कर रहे थे कि उनके पास आईबी की रिपोर्ट है जो बताती है कि इस बार इलेक्शन आम आदमी पार्टी जीतने वाली है। अपनी बात को सही दिखाने के लिए उन्होंने कहा था कि इस रिपोर्ट के मुताबिक वो ज्यादा मार्जिन से नहीं जीत रहे लेकिन उनकी जीत हो रही है।
IB की रिपोर्ट है- गुजरात में अभी AAP जीत रही है, जीत का अंतर थोड़ा कम है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 2, 2022
गुजरात के लोगों से मेरी अपील: आम आदमी पार्टी के लिए थोड़ा और ज़ोर लगाएँ, कांग्रेस को वोट देकर अपनी वोट ख़राब ना करें, अपना वोट मत बंटने दें।
इस बार सब लोग इकट्ठा होकर AAP को वोट दें। pic.twitter.com/2pWIOdk3gS
हालाँकि गुजरात चुनावों के नतीजे आने के बाद आम आदमी पार्टी अपनी ही बात से पलटती दिखी थी। जब लोगों ने उनसे आईबी के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उसका मतलब इंटेलिजेंस ब्यूरो नहीं, इंटरनल ब्रॉडकास्टिंग विभाग वाला आईबी कहा था। वही विभाग सीटों का आँकलन करती हैं। अगर भाजपा इस आईबी को खुफिया एजेंसी समझ गई तो इसमें AAP की क्या गलती।
केजरीवाल और AAP की इसी करतूत के कारण अब जयराम रमेश द्वारा ट्वीट में किया गया आईबी शब्द का प्रयोग का मखौल उड़ रहा है। इंदौर के भाजपा विधायक ने उन्हें लिखा, “आदरणीय जयराम रमेश जी, आपकी आईबी भी वही वाली है न जिसका जिक्र आपके प्रिय अरविंद केजरीवाल जी ने किया था।”
आदरणीय जयराम जी @Jairam_Ramesh
— रमेश मेंदोला (@Ramesh_Mendola) December 25, 2022
आपकी Ib भी वही है ना जिसका जिक्र आपके प्रिय @ArvindKejriwal जी ने किया था ?? https://t.co/AhFKfrEuQW