अवैध खनन मामले (Illegal Mining Case) में पूछताछ के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने समन जारी किया है। ED ने मुख्यमंत्री सोरेन को राजधानी राँची में गुरुवार (3 नवंबर 2022) को पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है।
इसी मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पहले हेमंत सोरेन के राजनीतिक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मनी लॉन्ड्रिंग की जाँच झारखंड के साहिबगंज के बरहरवा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया गया है। इसमें पंकज मिश्रा और अन्य को नामजद किया गया है।
इस मामले में शंभू नंदन कुमार ने आरोप लगाया था कि 22 जून 2020 को मिश्रा ने बरहरवा टोल के एक निविदा प्रक्रिया में भाग लेने पर धमकी दी गई थी। शंभू ने आरोप लगाया था कि मिश्रा ने उन्हें फोन पर निविदा प्रक्रिया में ‘भाग नहीं लेने’ के लिए कहा था। जब उन्होंने इनकार किया तो मिश्रा के इशारे पर भीड़ ने उन पर हमला किया था।
ED के एक अधिकारी ने बताया, सीएम सोरेन के सहयोगी पंकज मिश्रा के खिलाफ जाँच के दौरान कुछ तथ्य सामने आए हैं, जिनकी पुष्टि किए जाने की जरूरत है। इसी को लेकर सीएम सोरेन को बुलाया गया है। सोरेन से जो सवाल पूछे जाएँगे, वह मिश्रा के कब्जे से मिले उनके हस्ताक्षरित चेक को लेकर होगा।
ED ने अपनी जाँच के तहत अब तक 47 तलाशी ली है। एजेंसी ने कहा कि इस मामले में अब तक 100 करोड़ रुपए से अधिक की अपराध की आय का पता लगा है। ED ने कई स्टोन क्रशर और ट्रकों के अलावा 5.34 करोड़ रुपए नकद, 50 बैंक खातों में पड़े 13.32 करोड़ रुपए और 30 करोड़ रुपए मूल्य के एक अंतर्देशीय पोत को जब्त किया है।
वहीं, मामले के एक अन्य आरोपित प्रेम प्रकाश के परिसरों की तलाशी के दौरान दो AK-47 राइफल, 60 राउंड गोला बारूद और पुलिस के कपड़े मिले थे। ED के मुताबिक, प्रेम प्रकाश के कर्मचारी अनिल झा ने 24 मई 2022 को एक बयान में कहा था कि वह प्रेम प्रकाश के लिए 10 लाख रुपए से लेकर 5 करोड़ रुपए तक की नकदी एक स्थान से दूसरे स्थान पर लेकर आता-जाता था और प्रेम प्रकाश को सौंप देता था।”