तेलंगाना फोन टैपिंग केस में आरोपित पूर्व DCP (टास्क फ़ोर्स) के कबूलनामे की रिपोर्ट से एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री K चंद्रशेखर राव मोइनाबाद फार्महाउस विधायक सौदेबाजी मामले का इस्तेमाल भाजपा पर समझौते का दबाव बनाने के लिए करना चाहते थे। रिपोर्ट में बताया गया है कि KCR (जिन्हें पेडन्ना भी कहा जाता है) अपनी बेटी MLC के कविता को दिल्ली शराब घोटाला मामले से राहत दिलाने के लिए इस मामले का इस्तेमाल करना चाहते थे।
राव के कबूलनामे में बताया गया है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री KCR ने विधायकों को तोड़ने की साजिश के बारे में जानकारी होने पर इसके तकनीकी सर्विलांस के आदेश दिए थे। इसके बाद भाजपा नेता बी एल संतोष को गिरफ्तार करने का विफल प्रयास किया गया।
हालाँकि, KCR के इरादों पर तब पानी फिर गया जब इस मामले की जाँच तेलंगाना हाई कोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी। राव ने अपने कबूलनामे में बताया है कि KCR अपनी योजना के विफल होने के बाद काफी गुस्सा थे। राव ने कहा है कि वह इससे अधिक नहीं बता सकते क्योंकि KCR के उनके ऊपर कई सारे अहसान हैं।
राव ने बताया ”पेडअन्ना उम्मीदों के मुताबिक ‘काम’ पूरा नहीं होने से नाराज थे। मैं ज्यादा जानकारी का खुलासा नहीं करूँगा क्योंकि मैं पेडअन्ना का बहुत एहसानमंद हूँ जिन्होंने मुझे दो बार नियुक्त किया और 2020 में मुझे रिटायर होने के बाद सिटी टास्क फोर्स में तैनात किया।”
राव ने खुलासा किया कि अक्टूबर 2023 में, स्पेशल इंटेलिजेंस ब्यूरो के मुखिया टी प्रभाकर राव को तत्कालीन तंदूर विधानसभा क्षेत्र से विधायक पायलट रोहित रेड्डी ने बताया था कि भाजपा में प्रभावशाली होने का दावा करने कुछ लोग उन पर BRS छोड़ने के बाद से भाजपा में शामिल करवाने का दबाव डाल रहे थे।
पूर्व DCP राव ने आगे खुलासा किया कि SIB के पूर्व डिप्टी SP डी प्रणीत राव ने KCR के कहने पर कई व्यक्तियों और विधायकों के फोन इंटरसेप्ट किए और एक ऑडियो क्लिप भी दी। तत्कालीन मुख्यमंत्री KCR ने पुलिस को इस मामले में जाल बिछाने को कहा और निर्देश दिया कि रोहित उनके साथ सहयोग करें। उन्होंने कथित तौर पर तीन और विधायकों को इस मामले में शामिल होने के लिए कहा।
इसके बाद, तंदूर विधायक रोहित रेड्डी ने तीन लोगों-रामचंद्र भारती, नंद कुमार और सिम्हयाजी स्वामी को मोइनाबाद में स्थित एक फार्महाउस में आने के लिए मनाया। इन्हीं तीनों लोगों को 4 BRS विधायकों को भाजपा में शामिल करने की कोशिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
राव के कबूलनामे में कहा गया है कि साइबराबाद पुलिस अधिकारियों की क्षमता ‘अक्षमता’ के कारण एक प्रमुख व्यक्ति पुलिस हिरासत से भाग गया। राव ने बताया, ”बाद में, एक SIT का गठन किया गया और KCR इस मामले को और मजबूत बनाने के लिए भाजपा नेता बी एल संतोष को गिरफ्तार करना चाहते थे। जिससे भाजपा एक समझौते पर सहमत हो जाए, और इसका इस्तेमाल उनकी बेटी कविता के खिलाफ ED के मामले से छुटकारा पाने के लिए किया जा सके।”
राव ने बताया कि भागे हुए व्यक्ति को पकड़ने के लिए कि SP-रैंक की अधिकारी रेमा राजेश्वरी के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने केरल भी गई लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। दिसंबर 2022 में, तेलंगाना हाई कोर्ट ने इस आरोपित की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी और मामले को CBI को दे दिया। 6 फरवरी को, तेलंगाना हाई कोर्ट ने इस फैसले को चुनौती देने वाली 6 याचिकाओं को भी खारिज कर दिया।
इस साल अप्रैल की शुरुआत में यह बताया गया था कि 3 पूर्व SIB अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान राजनीतिक हस्तियों की जासूसी करने, अलग अलग पार्टियों की नकदी जब्त करने और 30 नवंबर 2023 को हुए विधानसभा चुनाव से पहले सरकारी गाड़ियों में नकदी को लाने ले जाने की बात कबूल की थी। तेलंगाना फोन टैपिंग मामले को यहाँ पढ़ा जा सकता है। पूर्व सीएम KCR की बेटी के कविता दिल्ली शराब घोटाला मामले के आरोपितों में से एक हैं। उन्हें इस साल मार्च में ED ने गिरफ्तार किया था।