लॉकडाउन के दौरान प्रभावित लोगों की मदद के नाम पर यूथ कॉन्ग्रेस ने ‘राहुल किट’ जारी किया था। पर पीड़ितों की मदद को लेकर कॉन्ग्रेस कितनी गंभीर है, इसका एक नमूना केरल से सामने आया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार यहाँ एक दुकान में बाढ़ राहत किटें लावारिस मिली हैं। ये किट केरल के वायनाड से सांसद और कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी की तरफ से बाढ़ प्रभावितों के लिए भेजी गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार मल्लपुरम के नजदीक स्थित नीलम्बूर में जब एक दुकान को किराए पर लेने के लिए कुछ लोग पहुँचे तो भीतर सैकड़ों किट पड़ी मिली। यह देखकर स्थानीय लोगों का विरोध फूट पड़ा। इन किटों में खाद्य सामग्री, कपड़े और अन्य सामान शामिल हैं।
सत्ताधारी सीपीएम की युवा इकाई डीवाईएफआई ने कॉन्ग्रेस के खिलाफ विरोध मार्च निकालते हुए माफी की माँग की। नीलम्बूर के निर्दलीय विधायक पीवी अनवर जो सरकार को समर्थन भी दे रहे हैं ने जिला कलेक्टर के गोपालाकृष्णन से इस मामले की जाँच की माँग की है। उन्होंने दावा किया कि मामला सामने आने के बाद कॉन्ग्रेस नेताओं ने पूरे विधानसभा क्षेत्र से इस प्रकार के सामान को नष्ट कर दिया।
अनवर ने वीडियो संदेश के जरिए पत्रकारों से कहा, “यह नीलम्बूर में इकलौता मामला नहीं है। आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए कॉन्ग्रेस ने कई अन्य जगहों पर भी खाद्य सामग्री जमा की थी। इस मामला के सामने आने के बाद कॉन्ग्रेस नेताओं ने अन्य स्थानों से खाद्य पदार्थों की किट को या तो हटा दिया या उन्हें नष्ट कर दिया।”
अनवर ने कहा, “जिला कलेक्टर को इस मामले की जॉंच करनी चाहिए। फूड किट प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के लिए थे। केरल प्रदेश कॉन्ग्रेस अध्यक्ष एम रामचंद्रन को इसका जवाब देना चाहिए।”
जिला कॉन्ग्रेस का कहना है कि उन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं है। कॉन्ग्रेस के जिला उपाध्यक्ष वीवी प्रकाश ने कहा कि मामले की जाँच कराई जाएगी। पार्टी के राज्य नेतृत्व ने अभी इस मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। किटों के कवर पर ‘MP Wayanad (सांसद वायनाड)’ लिखा था।