एक तरफ राहुल गाँधी कॉन्ग्रेस को फिर से खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं उनकी कोशिशों के असर होने की बजाय कॉन्ग्रेस पर एक के बाद एक कुठाराघात ही हो रहा है। कॉन्ग्रेस प्रवक्ता टॉम वडक्कन के भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद ही तिरुवनंतपुरम से कॉन्ग्रेसी सांसद शशि थरूर के मौसा-मौसी ने भी शुक्रवार (मार्च 15, 2019) को बीजेपी ज्वाइन कर लिया।
बता दें कि थरूर की माँ की बहन, सोभना शशिकुमार और उनके पति शशिकुमार तथा 13 अन्य लोग बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी के राज्य अध्यक्ष पी.एस. श्रीधरन पिल्लै ने सभी का पार्टी में स्वागत किया। खास बात ये है कि कॉन्ग्रेसी सांसद शशि थरूर के मौसा-मौसी ने कहा कि बहुत लंबे समय से वे भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा का अनुसरण कर रहे हैं।
वर्तमान में केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर कॉन्ग्रेस के बड़े नेताओं में से एक हैं। बीजेपी की लंबे समय से उनकी सीट पर नजर है। मीडिया रिपोर्टों में ऐसी भी चर्चा है कि हाल ही में मिजोरम के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाले कुम्मानम राजशेखरन यहाँ से चुनाव लड़ सकते हैं।
गौरतलब है कि आरएसएस के निष्ठावान व्यक्ति माने जाने वाले और भाजपा की प्रदेश इकाई के पूर्व प्रमुख राजशेखरन को केरल में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बेहतर मौका नजर आ रहा है। हालाँकि, इस राज्य में पार्टी ने अभी तक अपना खाता नहीं खोला है।
मीडिया रिपोर्टों की माने तो, खबर ये भी है कि पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी, केपीसीसी प्रमुख एवं वर्तमान सांसद मुल्लापल्ली रामचंद्रन और वरिष्ठ नेता वीएम सुधीरन सहित कई वरिष्ठ कॉन्ग्रेसी नेताओं ने लोकसभा चुनाव लड़ने में अनिच्छा जाहिर की है जिससे कॉन्ग्रेसी नेतृत्व की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
अभी तो लोकसभा की जंग शुरू ही हुई है और कॉन्ग्रेस को झटके पर झटके लगते जा रहे हैं। अब देखना ये है कि क्या कॉन्ग्रेस ऐसे झटकों से उभर पाती है। या बीजेपी उसे हर कदम पर पटखनी देती है।