आगामी चुनावों के मद्देनज़र इन दिनों सियासी पारा अपनी चरम पर पहुँच चुका है। हर पार्टी और उसका प्रत्याशी मतदाताओं को रिझाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे आजमा रहे हैं। जिसके कारण हमें ‘बिरयानी पर हुई लड़ाई‘ जैसी खबरें सुनने को मिल रही है। इसी कड़ी में निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे ‘अर्थी बाबा’ अपने अजीबोगरीब चुनाव प्रचार के कारण सुर्खियों में बने हुए हैं।
अर्थी बाबा के नाम से मशहूर हो चुके राजन यादव ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र में चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। यहाँ उनका मुकाबला अखिलेश के अलावा दिनेश लाल यादव (निरहुआ) से भी होगा। राजन ने अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत श्मशान घाट से की है। प्रचार के दौरान उन्होंने अपने गले में सैनेटरी पैड की माला लटकाई।
अर्थीबाबा ने श्मशान घाट को बनाया चुनावी कार्यालय, सेनेटरी पैड की माला पहनकर महिलाओं से किया ये वादाhttps://t.co/4pG1ew7Xyc
— News18 Uttar Pradesh (@News18UP) April 7, 2019
ख़बरों के अनुसार, राजन चुनाव प्रचार के दौरान गले में सैनेटरी पैड की माला पहनकर घर-घर जाकर महिलाओं को सैनेटरी पैड के बारे में जागरूक करेंगे। साथ ही उनका दावा है कि अगर वो चुनावों में जीत गए तो प्राप्त वेतन से वह मुफ्त में महिलाओं को सैनेटरी पैड बाँटेंगे।
अजीबोगरीब तरीके से प्रचार करके सुर्खियाँ बटोरने वाले राजन गोरखपुर के रहने वाले हैं। खबरों के मुताबिक वह अपना चुनाव कार्यालय हर बार की तरह श्मशान घाट में खोलेंगे। राजन इससे पहले विधानसभा और लोकसभा के भी चुनाव लड़ चुके हैं। 2009 में उन्होंने योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ा था। उनकी माने तो सपा और भाजपा दोनों के कार्यकाल में जनता के हित में कोई काम नहीं हुआ है।
बता दें कि चुनाव प्रचार के दौरान राजन अर्थी पर बैठकर निकलते हैं। चार लोग उन्हें उठाकर हर ओर घुमाते हैं। जिसके कारण लोग उन्हें ‘अर्थी बाबा’ बुलाने लगे हैं। 2019 का चुनाव जीतने के लिए वो चिता की पूजा करते हैं और अपनी जीत के लिए शवों की आत्माओं को जगाने का भी प्रयास कर रहे हैं ताकि वे उनकी मदद करें। जानकारी के अनुसार, वह आजमगढ़ सीट से पर्चा दाखिल करने से पहले वह अघोरी बाबाओं से मिलेंगे और उनसे जीत का आशीर्वाद माँगेंगे।