पिछले काफी दिनों से अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर से चर्चाओं में आ गए हैं, लेकिन इस बार चर्चा में आने की वजह अलग है।
दरअसल कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने गुरुवार को पंजाब के मोगा में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान पंजाब के कई प्रमुख नेता उपस्थित थे। जहाँ पर स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को अपने ही राज्य में आयोजित कॉन्ग्रेस अध्यक्ष की रैली में मंच पर आसीन होने के बावजूद भी बोलने का मौका नहीं दिया गया।
जिसके बाद सिद्धू काफी नाराज दिखे। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि- “यदि मैं राहुल की रैली में बोलने के लिए ठीक नहीं हूँ, तो मैं एक वक्ता और प्रचारक के रूप में भी ठीक नहीं हूँ। आगे मुझे बोलने के लिए आमंत्रित किया जाता है या नहीं, लेकिन इस रैली ने मुझे मेरी जगह दिखा दी है और साथ ही यह भी साफ हो गया है कि कौन से लोग आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रचार करेंगे।”
सिद्धू इतने पर ही नहीं रूके, उन्होंने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि- “साल 2004 में भी बादल की रैली में मुझे बोलने से रोका गया था। उसके बाद यह पहली बार है कि जब मुझे स्पीच नहीं देने दी गई।” सिद्धू ने कहा कि वह बालाकोट हवाई हमले पर पीएम मोदी पर निशाना साधने की तैयारी करके आए थे।
आपको बता दें कि सिद्धू पिछले कुछ समय से पार्टी लाइन के विपरीत चल रहे हैं, जो कि पार्टी को रास नहीं आ रहा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के मना करने के बावजूद उनका पाकिस्तान जाने का फैसला, पुलवामा हमले के बाद उनका यह कहना कि आतंकवाद का कोई देश, जाति और धर्म नहीं होता और फिर बालाकोट में वायु सेना द्वारा की गई कार्रवाई में मारे गए आतंकवादियों की संख्या पर सवाल उठाना आदि ऐसी घटनाएँ हैं, जिनके कारण पार्टी में ही उनका काफी विरोध हुआ है।