मध्य प्रदेश में शनिवार (सितंबर 19, 2020) को एक कॉन्ग्रेस नेता के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। कॉन्ग्रेस नेता पर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में नाकाबंदी के दौरान एक उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (SDM) पर हमला और चेहरे पर कालिख पोतने का आरोप है।
खबरों के मुताबिक, छिंदवाड़ा जिले में हाल ही में आई बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजे की माँग को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान एक अधिकारी के चेहरे पर कालिख लगाने के बाद 20 से अधिक कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ NSA के तहत मामला दर्ज किया गया।
छिंदवाड़ा एसडीएम सीपी पटेल द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर कॉन्ग्रेस नेता बंटी पटेल और 20 अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले कॉन्ग्रेस के पूर्व विधायक चौधरी गंभीर सिंह का नाम भी FIR में लिया गया है। बताया जा रहा है कि कॉन्ग्रेस नेता बंटी पटेल पहले से ही दंगे समेत कई अन्य कारणों से आठ से अधिक आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, बंटी पटेल ने एसडीएम पर हमला किया और उनका चेहरा काला कर दिया। पुलिस ने कहा कि किसानों का नेता होने का दावा करने वाले बंटी पटेल शुक्रवार (सितंबर 18, 2020) को अन्य लोगों के साथ चौरई में एसडीएम कार्यालय का घेराव करने आए थे। वह बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए मुआवजे की माँग कर रहे थे।
छिंदवाड़ा के पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने बताया, “एसडीएम सीपी पटेल ज्ञापन स्वीकार करने आए थे, लेकिन बंटी ने एसडीएम पर हमला किया और उनके समर्थकों ने अधिकारी को घेर लिया और एसडीएम का चेहरा भी काला कर दिया।”
कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर पथराव करना शुरू कर दिया। उन लोगों ने बंटी पटेल की गिरफ्तारी को रोकने का प्रयास किया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग का सहारा लेना पड़ा।
एसडीएम सीपी पटेल ने कहा, ”बंटी पटेल ने मेरा गला दबाकर मुझे मारने की कोशिश की। मैं उन्हें आश्वस्त कर रहा था कि जल्द ही हम सर्वेक्षण पूरा करेंगे और मुआवजा जारी करेंगे, लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं मानी। वह मुझ पर हमला करने की योजना बनाकर आए थे।”
कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा अधिकारियों पर हमले के बाद, ऐसे असामाजिक तत्वों से अधिकारियों की सुरक्षा की माँग को लेकर डिप्टी कलेक्टर, एसडीएम और राजस्व अधिकारियों समेत 400 अधिकारी शनिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए।
छिंदवाड़ा SDM अतुल सिंह ने कहा, “यह राज्य प्रशासनिक सेवाओं (SAS) अधिकारियों की सुरक्षा का मामला है, विशेष रूप से जो कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में काम कर रहे हैं। राज्य सरकार को विरोध प्रदर्शन के दौरान हमें उचित सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए और बीकन लाइट (beacon light) का उपयोग करने की अनुमति भी प्रदान करनी चाहिए ताकि लोग हमारे साथ सम्मान से पेश आएँ।”