प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ कथित रूप से कमज़ोर प्रत्याशी देने का दबाव झेल रहे महागठबंधन ने वाराणसी से अपना उम्मीदवार बदल दिया है। अब तक निर्दलीय ताल ठोक रहे ताज बहादुर यादव को इस क्षेत्र से सपा-बसपा महागठबंधन का उम्मीदवार बनाया गया है। तेज बहादुर यादव पहले बीएसएफ के जवान थे, जहाँ से उन्हें निकाला जा चुका है। उन्होंने वहाँ दिए जाने वाले भोजन को लेकर वीडियो बनाया था और उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया था। उनके ख़िलाफ़ 2 मोबाइल फोन लेकर ऑपरेशनल ड्यूटी पर जाने और भोजन की गुणवत्ता को लेकर ग़लत अफवाह फैलाने का मामला साबित हुआ था, जिसके बाद उन्हें निलंबित किया गया था।
SP changes candidate from Varanasi LS Constituency; gives ticket to Tej Bahadur Yadav (BSF constable who was dismissed from service after he had released video last year on quality of food served to soldiers). Earlier, SP’s Shalini Yadav had filed her nomination from Varanasi. pic.twitter.com/OihDeRt6bh
— ANI UP (@ANINewsUP) April 29, 2019
वाराणसी से अजय राय को कॉन्ग्रेस ने टिकट दिया है। अजय राय पिछले लोकसभा चुनाव में भी नरेंद्र मोदी के ख़िलाफ़ उतरे थे लेकिन उन्हें तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था। तेज बहादुर यादव को बड़े स्तर पर विपक्ष का समर्थन मिलने की बात तभी से चल रही थी जब हाल ही में उन्होंने आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह से मुलाक़ात की थी। महागठबंधन ने बीएचयू से स्नातक और वाराणसी की मेयर शालिनी यादव का टिकट काटते हुए तेज बहादुर को मौक़ा दिया है। शालिनी यादव अपना नामांकन वापस लेंगी।
वाराणसी में 2009 में भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने जीत दर्ज की थी। 2014 में जोशी कानपूर से लड़े और जीते थे। उस चुनाव में वाराणसी से नरेंद्र मोदी ने अरविन्द केजरीवाल को रिकॉर्ड मतों से परास्त किया था। मोदी एक बार फिर से मैदान में हैं और उनके ख़िलाफ़ कॉन्ग्रेस द्वारा प्रियंका गाँधी के उतारे जाने की चर्चा थी लेकिन अंतिम समय में अजय राय को उम्मीदवार बनाया गया। अभी हाल ही में नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में विशाल रोड शो भी किया था।