भाजपा ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने से इनकार कर दिया। इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने दूसरे सबसे बड़े दल शिवसेना से सरकार गठन के बारे में पूछा है। गवर्नर कार्यालय की तरफ से इस संबंध में शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ खडसे से सरकार बनाने की इच्छा के बारे में पूछा गया है।
बताया जाता है कि कॉन्ग्रेस-एनसीपी के साथ मिलकर शिवसेना सरकार का गठन कर सकती है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि यदि गवर्नर सरकार बनाने के लिए शिवसेना को न्योता देते हैं तो पार्टी उसको समर्थन देने पर विचार कर सकती है। मलिक के अनुसार फिलहाल शिवसेना की ओर से उनकी पार्टी को कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि इस संबंध अंतिम फैसला कॉन्ग्रेस और एनसीपी मिलकर करेगी।
Office of Maharashtra Governor: Governor Bhagat Singh Koshyari today asked the leader of elected members of the second largest party, the Shiv Sena, Eknath Shinde to indicate the willingness and ability of his party to form the government in Maharashtra. pic.twitter.com/bdfKgHPj45
— ANI (@ANI) November 10, 2019
मलिक ने बताया कि एनसीपी ने 12 नवंबर को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा कि यदि शिवसेना को हमारा समर्थन चाहिए तो उसे बीजेपी के साथ सारे रिश्ते तोड़ने का ऐलान करना होगा। उसे एनडीए से बाहर आना होगा और मोदी कैबिनेट में शामिल उसके पार्टी नेताओं को इस्तीफा देना होगा।
https://platform.twitter.com/widgets.jsNawab Malik, NCP: We have called a meeting of our MLAs on Nov 12. If Shiv Sena wants our support,they will have to declare that they have no relation with BJP&they should pull out from National Democratic Alliance (NDA). All their ministers will have to resign from Union Cabinet. https://t.co/iABYpebRTU
— ANI (@ANI) November 10, 2019
बता दें कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में शिवसेना भी शामिल है। महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव भी उसने बीजेपी के साथ ही मिलकर लड़ा था। लेकिन, नतीजे आने के बाद से वह ढाई साल के लिए सीएम पद मॉंग रही है। 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में भाजपा को 105 और उसकी सहयोगी शिवसेना को 56 सीटें मिली है। कॉन्ग्रेस को 44 और उसकी सहयोगी एनसीपी को 54 सीटें मिली है।
इससे पहले महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें बताया कि पार्टी सरकार नहीं बनाएगी। पाटिल ने शिवसेना पर जनादेश के अपमान का आरोप लगाया। पाटिल ने अफ़सोस जताते हुए कहा कि शिवसेना और भाजपा को बहुमत मिलने के बावजूद सरकार का गठन नहीं हो सका है। उन्होंने शिवसेना पर जनादेश का अपमान करने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि यदि कॉन्ग्रेस-एनसीपी के साथ मिल कर शिवसेना सरकार चलाना चाहती है तो उन्हें हमारी शुभकामनाएँ है।
Sanjay Raut, Shiv Sena: Party chief Uddhav Thackeray ji clearly said today that Chief Minister will be from Shiv Sena. If Uddhav ji has said so, then it means that there will be CM from Shiv Sena, at any cost. #Maharashtra pic.twitter.com/SXk6Y1ILWp
— ANI (@ANI) November 10, 2019
वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने फिर से अपनी पार्टी का सीएम होने की बात दोहराई है। उन्होंने कहा, “पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने साफ कहा है कि सीएम शिवसेना का होगा। जब उन्होंने कह दिया तो इसका मतलब है कि किसी भी कीमत पर शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होगा।” इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा है कि हालात पर पार्टी की नजर है। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस के लिए सभी विकल्प खुले हैं और पार्टी ने अभी तक अंतिम फैसला नहीं किया है।