महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने अवैध बांग्लादेशी और पाकिस्तानी आप्रवासियों को हटाने की माँग को लेकर आजाद मैदान में एक रैली निकाली। यह जुलूस महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे के नेतृत्व में निकाला गया। MNS ने एक बार फिर अपने हिंदुत्ववादी रुख को तेज करते हुए सीएए और एनआरसी की कड़ी में नई मुहीम जोड़ दी है।
एक तरफ जहाँ देश में सीएए और एनआरसी का विरोध हो रहा है तो वहीं महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने रविवार (फरवरी 9, 2020) को अवैध पाकिस्तानियों और बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत से बाहर निकालने के लिए रैली निकाली है। पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि यह जुलूस देश में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी-बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ है।
Mumbai: Maharashtra Navnirman Sena (MNS) workers gather to participate in a rally at Azad Maidan, demanding the ouster of illegal Bangladeshi and Pakistani immigrants. pic.twitter.com/UBzzEO8KQz
— ANI (@ANI) February 9, 2020
बता दें कि हाल ही में ही MNS ने घुसपैठियों के खिलाफ अभियान की शुरुआत की थी। इन लोगों को देश का घुसपैठिया करार देते हुए MNS ने उन्हें देश से बाहर किए जाने की माँग की थी। ठाकरे इस रैली के जरिए पार्टी का दायरा मराठा अस्मिता से आगे हिंदुत्व की तरफ ले जा रहे हैं। रैली से ठाकरे बांग्लादेशी घुसपैठियों का विरोध कर रहे हैं। इस रैली के लिए पूरे महाराष्ट्र से लोग आ रहे हैं। रैली में लोगों के लिए भगवा रंग की टी-शर्ट, टोपी, हाथ पर बाँधने वाली पट्टी वगैरह बनवाए गए हैं, जिस पर शिवाजी महाराज की राजमुद्रा का चिन्ह छपा है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने अवैध प्रवासियों को नसीहत देते हुए कहा है कि चले जाओ, ये हिंदुस्तान है, पाकिस्तान या बांग्लादेश नहीं। बता दें कि अपने पार्टी के झंडे का रंग भगवा करने के बाद राज ठाकरे की यह पहली रैली है। जिसका मुद्दा देश में रह रहे अवैध रूप से बांग्लादेशियों और पाकिस्तानियों का विरोध है।
इस महारैली को लेकर MNS कार्यकर्ताओं में नया जोश देखने को मिल रहा है। इस रैली के माध्यम से राज ठाकरे अपनी पार्टी में नई जान फूँकने की तैयारी कर रहे हैं। मुंबई और महाराष्ट्र के विभिन्न इलाकों से आने वाले कार्यकर्ताओं के लिए अलग रूट भी निर्धारित किया गया हैं साथ ही उनकी गाड़ियों के लिए अलग जगह पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है। रैली के समापन के बाद राज ठाकरे अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। राजनीति के जानकारों का कहना है कि भगवा रंग में रंगने के बाद ये महामोर्चा राज ठाकरे की राजनीति के नए रास्ते की दशा और दिशा तय करने वाला है।