महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। रविवार को राउत ने कहा कि अजित पवार को तोड़कर सरकार बनाना बीजेपी को उल्टा पड़ जाएगा। एनसीपी के सभी विधायक वापस लौट आए हैं। इसके साथ ही राउत ने इसे भाजपा के अंत की शुरुआत बताया है।
उन्होंने कहा, “सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग और पुलिस भाजपा के चार मुख्य पार्टी कार्यकर्ता हैं। वर्तमान गवर्नर भी उनके कार्यकर्ता हैं, लेकिन भाजपा अब अपने ही खेल में फँस गई है। यह उनके अंत की शुरुआत है।”
Sanjay Raut, Shiv Sena: CBI, ED, Income Tax Department and Police are the four main party workers of BJP. Present Governor is also their worker. But BJP has got trapped in their own game now. It’s beginning of their end. #Maharashtra pic.twitter.com/qvx0Ga0awm
— ANI (@ANI) November 24, 2019
राउत ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भाजपा के देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में नई सरकार के गठन की इजाजत दी। राउत ने यह भी कहा कि सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 30 नवंबर की समय-सीमा केवल इसलिए दी गई ताकि दल-बदल कराया जा सके। राउत ने कहा, ‘‘शिवसेना, एनसीपी और कॉन्ग्रेस के पास 165 विधायक हैं। अगर राज्यपाल हमें बुलाते हैं तो हम दस मिनट में अपना बहुमत साबित कर सकते हैं।’’
संजय राउत ने आगे कहा कि इंदिरा गाँधी के काल में इमरजेंसी को काला दिन कहा जाता था। पर जो कल महाराष्ट्र में हुआ उससे बड़ा काला दिन और कुछ नही हो सकता है। उन्होंने कहा कि कल का दिन ‘Black saturday’ था। जनता सोई थी और जब जागी तब उनको पता चला कि महाराष्ट्र में शपथ हो गई। उन्होंने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ऐसा काम पॉकेटमार करते हैं। राज्यपाल, एनसीपी और शिवसेना को 24 घंटे नहीं देते हैं, लेकिन अजित पवार एक फर्ज़ी डॉक्यूमेंट लेकर जाते हैं और उनको मान लिया जाता है।
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