वैसे तो प्रधानमंत्री को लेकर विपक्ष के बोल हमेशा से ही कड़वे रहे हैं लेकिन चुनाव के नज़दीक आते ही इन बयानों की संख्या काफ़ी ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे में एनसीपी के नेता और 1993 में मुंबई धमाके के आरोपित याकूब मेमन के वकील मजीद मेमन ने इस बार पीएम को जाहिल और अनपढ़ जैसे शब्द कहे हैं।
नेशनल कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता माजिद मेमन ने सोमवार (अप्रैल 1, 2019) को एएनआई से पीएम मोदी के लिए कहा, “मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री भी एक अनपढ़, जाहिल या रास्ते पर चलने वाले आदमी की तरह बात करते हैं। वो इतने बड़े पद पर बैठे हैं, उनका पद एक संवैधानिक पद है। उस संवैधानिक पद के लिए प्रधानमंत्री रास्ते में नहीं चुना जाता।”
#WATCH Majeed Memon, NCP: Mujhe lagta hai ki Pradhan Mantri bhi ek anpadh, jahil ya raaste pe chalne wale aadmi ki tarah baat karte hain. Vo itne bade pad pe baithe hain, Unka pad ek sanvaidhanik pad hai, uss sanvaidhanik pad mein Pradhan Mantri raaste mein nahi chuna jata. pic.twitter.com/IczTw58QlH
— ANI (@ANI) April 1, 2019
प्रधानमंत्री को उनके पद की गरिमा का एहसास दिलाने वाले मजीद मेमन द्वारा प्रधानमंत्री के लिए की गई ऐसी अभद्र टिप्पणी स्वयं ही दर्शाती है कि संवैधानिक पद का हवाला देने वाले खुद कितना उस पद का सम्मान करते हैं।
इससे पहले भी जब पीएम 2018 में बोहरा समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए थे तो मेनन ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा था कि मोदीजी बोहरा समाज के पास गए। वो इस विचार से गए कि शायद समुदाय विशेष को रिझा लिया जाएगा, लेकिन न वे इधर के रहेंगे, न ही उधर के। धोबी के कुत्ते वाली बात हो जाती है।
मजीद मेमन के बारे में बता दें कि ये वही शख्स हैं, जिन्होंने याकूब को बचाने के पक्ष में तर्क दिया था कि याकूब को मौत की सज़ा सिर्फ़ इसलिए सुनाई जा रही है क्योंकि वो मुस्लिम है। आतंकी को मिली सज़ा को समुदाय से जोड़ कर दलील पेश करने वाले मजीद ने महाराष्ट्र सरकार पर इल्जाम लगाया था कि वह राजनीतिक कारणों, सांप्रदायिक कारणों, अतिरिक्त कानूनी विचारों के लिए याकूब को मारने में दिलचस्पी लेती दिखाई दे रही है।