Wednesday, November 6, 2024
Homeराजनीतिमहाराष्ट्र में खींचतान के बीच इस किसान ने राज्यपाल को लिखा पत्र, कहा- किसानों...

महाराष्ट्र में खींचतान के बीच इस किसान ने राज्यपाल को लिखा पत्र, कहा- किसानों के लिए मुश्किल वक्त, मुझे बना दो CM

“जब तक सीएम की पोस्ट का मामला सुलझता नहीं है, तब तक मुझे CM बनाया जाना चाहिए। यह किसानों के लिए बेहद मुश्किल वक्त है। बेवक्त बारिश की वजह से किसानों की फसलों को नुकसान पहुँचा है। राज्य में सरकार का गठन जल्द से जल्द होना चाहिए।”

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नतीजे आए लगभग एक हफ्ते हो गए पर अब तक सरकार नहीं बन पाई है। मुख्‍यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी तल्‍खी के बीच महाराष्ट्र के बीड जिले के एक किसान ने मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की है। किसान ने राज्यपाल को खत लिखकर खुद को मुख्यमंत्री बनाने की माँँग की है। किसान का कहना है कि जब तक मामले का हल नहीं होता, तब तक उसे सीएम बना दिया जाए।

बीड जिले के किसान श्रीकांत वी गदले ने राज्यपाल को लिखा, “जब तक सीएम की पोस्ट का मामला सुलझता नहीं है, तब तक मुझे CM बनाया जाना चाहिए। यह किसानों के लिए बेहद मुश्किल वक्त है। बेवक्त बारिश की वजह से किसानों की फसलों को नुकसान पहुँचा है। राज्य में सरकार का गठन जल्द से जल्द होना चाहिए।”

बता दें कि 24 अक्‍टूबर को आए चुनाव नतीजों में बीजेपी को 105 तो शिवसेना को 56 सीटों पर जीत हासिल हुई है। 288 सदस्‍यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 145 सीटें चाहिए। शिवसेना ढाई-ढाई साल तक दोनों दलों के सीएम बनाए जाने की माँग पर अड़ी हुई है, जबकि बीजेपी का कहना है कि देवेंद्र फडणवीस ही पूरे पाँच साल तक मुख्‍यमंत्री रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले देवेंद्र फड़णवीस ने कहा था, “बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के पास स्‍पष्‍ट बहुमत है। इसके अलावा निर्दलीयों का समर्थन भी है, गठबंधन ने 288 में से 161 सीटें जीतकर जनादेश हासिल किया है। हम इस जनादेश का सम्‍मान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें नहीं लगता कि एक स्थिर सरकार बनाने में कोई बाधा है।”

उन्होंने भरोसा जताया था कि अहम मुद्दों पर जल्‍द ही स्थिति साफ हो जाएगी और सरकार बनाने में देरी नहीं होगी। हालाँकि दोनों ही दलों के बीच सरकार के गठन को लेकर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। बता दें कि शिवसेना ढाई-ढाई साल के लिए सीएम का प्रस्ताव रखा है, जिसे बीजेपी ने नामंजूर कर दिया है। जिसके बाद राज्य में सरकार बनाने को लेकर अन्य विकल्पों पर भी चर्चाएँ शुरू हो गई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस ईमान खलीफ का मुक्का खाकर रोने लगी थी महिला बॉक्सर, वह मेडिकल जाँच में निकली ‘मर्द’: मानने को तैयार नहीं थी ओलंपिक कमेटी,...

पेरिस ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी में ईमान ने गोल्ड जीता था। लोगों ने तब भी उनके जेंडर पर सवाल उठाया था और अब तो मेडिकल रिपोर्ट ही लीक होने की बात सामने आ रही है।

दिल्ली के सिंहासन पर बैठे अंतिम हिंदू सम्राट, जिन्होंने गोहत्या पर लगा दिया था प्रतिबंध: सरकारी कागजों में जहाँ उनका समाधि-स्थल, वहाँ दरगाह का...

एक सामान्य परिवार में जन्मे हेमू उर्फ हेमचंद्र ने हुमायूँ को हराकर दिल्ली के सिंहासन पर कब्जा कर लिया। हालाँकि, वह 29 दिन ही शासन कर सके।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -