मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने दो लापता छात्रों की हत्या के मामले में राज्य की जनता को विश्वास दिलाया है कि आरोपितों को बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में केंद्र और राज्य साथ मिलकर काम कर रहे हैं। वहीं यहाँ फिर से शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों की वजह से एक बार फिर से इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गई हैं। राज्य में इंटरनेट सेवाएँ 1 अक्टूबर, 2023 की शाम 7:45 बजे तक निलंबित रहेंगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार 27 सितंबर से लेकर 29 सितंबर, 2023 तक स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं।
हाल ही में शनिवार 23 सितंबर, 2023 को ही राज्य में लंबे समय के बाद इंटरनेट सेवाएँ बहाल की गई। लेकिन इसके तुरंत बाद ही सोशल मीडिया पर 6 जुलाई को लापता हुए दो मैतई छात्रों की लाशों की तस्वीरें वायरल होने के बाद इस पूर्वोत्तर राज्य में तनाव का माहौल है। लोग विरोध प्रदर्शन पर उतर आए हैं।
ऐसे में राजधानी इंफाल में इन छात्रों की हत्या पर विरोध प्रदर्शन कर रही भीड़ पर पुलिस को लाठियाँ भाजनी पड़ी। इसमें 30 छात्र घायल हो गए। आखिरकार फिर से राज्य में मंगलवार (26 सितंबर) से 5 दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएँ बंद कर दी गई।
PHOTO | Mobile internet services suspended for five days in #Manipur: Officials
— Press Trust of India (@PTI_News) September 26, 2023
The curbs will remain effective in the state till 7.45 pm on October 1. pic.twitter.com/TBd2R8N375
केंद्र और राज्य मिलकर कर रहे काम
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने दो छात्रों की हत्या पर दुख जताया है। उन्होंने एक्स हैंडल पर मंगलवार 26 सितंबर की रात पोस्ट किया, “लापता छात्रों के दुखद निधन के संबंध में कल सामने आई परेशान करने वाली खबर को लेकर मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों अपराधियों को पकड़ने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।”
In light of the distressing news that emerged yesterday regarding the tragic demise of the missing students, I want to assure the people of the State that both the state and central government are closely working together to nab the perpetrators.
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) September 26, 2023
To further expedite this crucial…
उन्होंने आगे कहा, “इस महत्वपूर्ण जाँच में और तेजी लाने के लिए केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) एक विशेष टीम के साथ 27 सिंतबर सुबह एक विशेष उड़ान से इंफाल पहुँच रहे हैं। उनकी मौजूदगी में इस मामले को तेजी से हल करने के लिए हमारे अधिकारियों की प्रतिबद्धता दिखती है। मैं लगातार माननीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संपर्क में हूँ, ताकि अपराधियों का पता लगाएँ और उन्हें न्याय के कठघरे में लाएँ।”
सीबीआई की स्पेशल टीम करेगी जाँच
बता दें कि सीबीआई के स्पेशल डॉयरेक्टर अजय भटनागर दो छात्रों की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए आज बुधवार (27 सितंबर) को स्पेशल फ्लाइट से मणिपुर पहुँच रहे हैं। इस टीम में उनके साथ ज्वाइंट डॉयरेक्टर घनश्याम उपाध्याय भी होंगे जो अभी इंफाल में है।
इस टीम में खास अपराधों, क्राइम सीन रिक्रिएशन, इंट्रोगेशन और टेक्निकल सर्विलाँस में माहिर आधिकारी शामिल होंगे। इसके साथ ही सीबीआई की सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैबरोटरी के एक्सपर्ट भी होंगे।
राज्य में स्कूल भी हैं बंद
मणिपुर से जुलाई से लापता दो छात्रों की लाशों की फोटो सोशल मीडिया पर सोमवार (25 सितंबर) को वायरल हुई थी। दोनों छात्रों की पहचान 20 साल के फिजाम हेमजीत और 17 साल के हिजाम लिनथोइनगांबी के रूप में हुई। इन मृतक छात्रों में से एक छात्र नाबालिग बताया जा रहा है।
इसी मामले को लेकर मणिपुर में मैतई समुदाय के छात्र विरोध में उतर आए हैं। इस वजह से एक बार फिर पूरे राज्य में तनाव बढ़ गया है। सैकड़ों छात्र विरोध में इंफाल में सड़कों पर उतर आए हैं। इन विरोध प्रदर्शन पर काबू पाने के पुलिस ने मंगलवार 26 सिंतबर को पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसमें 30 से अधिक छात्र घायल हो गए।
The deceased students have been identified as: female student – Hijam Linthoingambi (17) and male student – Phijam Hemjit (20). The Manipur chief minister’s office (CMO) informed that the case is already being investigated by the central bureau of investigation (CBI).#Manipur… pic.twitter.com/igBerZPKnm
— NorthEast Now (@NENowNews) September 26, 2023
मंगलवार को ही प्रर्दशनकारियों ने सीएम के आवास की तरफ भी मार्च की कोशिश की थी। सुरक्षा बलों ने आँसू गैस और स्मोक बम छोड़ कर भीड़ को तितर बितर किया। इस मामले को सीबीआई ने अपने हाथ में ले लिया है।
गौरतलब है कि मणिपुर हाईकोर्ट के गैर आदिवासी या जनजाति मैतेई समुदाय को राज्य के अनुसूचित जनजाति में शामिल किए जाने के फैसले के बाद ही जातीय संघर्ष का शिकार है। इससे वहाँ कुकी और मैतेई समुदाय के लोग आपस में जातीय संघर्ष में उलझे हुए हैं।