दिल्ली में विधानसभा चुनाव से एक दिन पहले मनीष सिसोदिया की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। सिसोदिया के ओएसडी जीके माधव को पहले ही गिरफ़्तार किया जा चुका है। जीके माधव वर्ष 2015 से दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के ओएसडी के रूप में कार्यरत था। अब माधव के सहयोगी धीरज गुप्ता को गिरफ़्तार किया गया है, जो दिल्ली सरकार के कई अधिकारियों के लिए दलाली का काम करता था। दलाली की पहली किस्त के रूप में 2 लाख 26 हजार रुपए लिए जा रहे थे।
सिसोदिया के करीबी जीके माधव के पास से तलाशी के दौरान दिल्ली सरकार का एक जॉब कार्ड बरामद हुआ है। उसपर ‘ऑफिस ऑफ डिप्टी सीएम’ लिखा हुआ है। 1977 में जन्मा माधव 2000 के बाद से इस नौकरी में आया था। 2014 में उसकी तैनाती उप-मुख्यमंत्री के यहाँ की गई। माधव से पूछताछ के बाद गुप्ता को गिरफ़्तार किया गया। जीके माधव से इस सम्बन्ध में जानकारी ली जा रही है।
माधव से पूछताछ की जा रही है कि वो किसके कहने पर रुपए लेता था और उस रकम को कैसे और कहाँ आगे बढ़ाया जा रहा था। मीडिया में चल रही ख़बरों के अनुसार, सीबीआई माधव के अनेक ठिकानों पर छापेमारी की गई है और अब तक वहाँ से नगदी समेत कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। दलाल धीरज गुप्ता को बुधवार (फरवरी 5, 2020) को गिरफ़्तार किया गया था। उससे पूछताछ के बाद गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया। फ़िलहाल उसे 14 दिनों के लिए रिमांड पर भेजा गया है।
#JustIn — CBI conducting searches at the premises of Madhav (Dy. CM Manish Sisodia’s OSD). His residence is at civil lines. Dheeraj Gupta’s residence at Wazirabad also being searched. #BattleForDelhi pic.twitter.com/61OS5qfw0L
— News18 (@CNNnews18) February 7, 2020
माधव को भी सीबीआई की विशेष कोर्ट में पेश किया जाना है। इस मामले में ख़ुद का बचाव करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने कहा है कि भ्रष्टाचार को किसी भी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब मामले के तार कहाँ-कहाँ जुड़े हुए हैं, ये तो आगे की जाँच के बाद ही पता चलेगा।